प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार (21 मई)को कर्नाटक के गृहमंत्री डॉ. जी. परमेश्वर से जुड़े एक मेडिकल कॉलेज पर छापा मारा है। यह कार्रवाई फिल्म अभिनेत्री रान्या राव से जुड़े सोने की तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में की गई है। ईडी की टीम ने तुमकुर जिले में स्थित श्री सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ एंड रिसर्च सेंटर में छापेमारी की, जहां डॉ. परमेश्वर को चेयरमैन के तौर पर सूचीबद्ध किया गया है। यह कॉलेज परमेश्वर के परिवार से जुड़ा माना जाता है।
ईडी रान्या राव के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच में धन के स्रोत और नेटवर्क की पड़ताल कर रही है। इसी क्रम में एजेंसी को श्री सिद्धार्थ मेडिकल कॉलेज के साथ वित्तीय लेनदेन के कुछ सुराग मिले। जांच में कथित तौर पर कॉलेज और रान्या राव के बीच एक संदिग्ध मनी ट्रेल का खुलासा हुआ, जिसके बाद यह छापा मारा गया।
सूत्रों के अनुसार, ईडी अधिकारी कॉलेज के वित्तीय रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि धन का लेनदेन किस उद्देश्य से हुआ और उसमें किसी प्रकार की अवैधता शामिल थी या नहीं।
छापे के समय कर्नाटक के गृहमंत्री परमेश्वर अपने निवास पर मौजूद नहीं थे। खबर है कि वे किसी अज्ञात स्थान पर अपने सहयोगियों के साथ बैठक कर रहे थे। अभी तक इस पूरे मामले पर डॉ. परमेश्वर या उनके कार्यालय की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
गृहमंत्री से जुड़े संस्थान पर ईडी की इस कार्रवाई ने कर्नाटक की राजनीति में हलचल मचा दी है। विपक्षी दलों ने मामले पर पारदर्शिता की मांग की है और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से जवाब मांगा है कि क्या राज्य सरकार को इस जांच की जानकारी थी।
ईडी ने संकेत दिया है कि कॉलेज से जब्त किए गए दस्तावेज़ों की जांच के बाद और लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। साथ ही, यह भी संभव है कि गृहमंत्री परमेश्वर से निकट भविष्य में पूछताछ की जाए। यह छापा ऐसे समय में हुआ है जब सोने की तस्करी के मामलों में दक्षिण भारत विशेष रूप से जांच एजेंसियों के रडार पर है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस कार्रवाई से जुड़े तथ्य क्या सामने आते हैं और क्या यह मामला किसी बड़े राजनीतिक या वित्तीय नेटवर्क की परतें खोलता है।



