मुरादाबाद पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की सोच तालिबानी है। योगी ने कहा- मैंने अखिलेश का भाषण सुना। वे राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की तुलना देश तोड़ने वाले जिन्ना से कर रहे थे। यह बेहद शर्मनाक है। अखिलेश यादव को देश से माफी मांगनी चाहिए। अखिलेश यादव ने रविवार को हरदोई में सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से कर दी थी। उन्होंने कहा था कि सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़कर बैरिस्टर बनकर आए थे। एक ही जगह पढ़ाई-लिखाई की। वह बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई।
योगी ने कहा कि पूरा देश सरदार पटेल को लौह पुरुष मानता है। ऐसे समय में अखिलेश की सोच फिर से सामने आई है। उन्होंने देश को तोड़ने वाले जिन्ना को देश को जोड़ने वाले सरदार पटेल के समकक्ष रख दिया है। ये सोच हमेशा तोड़ने में विश्वास रखती है। सरदार पटेल का अपमान देश हरगिज स्वीकार नहीं करेगा और प्रदेश व देश की जनता अखिलेश को हरगिज स्वीकार नहीं करेगी।
वहीं मंत्री मोहसिन रजा ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को जिन्ना के रिश्तेदारों से वोट की आस है। विभाजनकारी जिन्ना की विचारधारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ,सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू की विचारधारा है। ऐसा कह कर अखिलेश यादव ने देश के महापुरुषों का अपमान किया है। समय रहते देश को यह समझ लेना चाहिए कि ‘जिन्ना वाली आजादी’ की मांग करने वाले कौन-कौन लोग जिन्नावादी हैं, जिन्हें जिन्ना के रिश्तेदारों से वोटों की आस है। मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव के मुंगेरी लाल के सपने खत्म होते जा रहे हैं, इसलिए वे तुष्टीकरण के लिए जिन्ना को सरदार वल्लभभाई पटेल से जोड़ते हैं।