कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेठी और वायनाड लोकसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे। तो एक बार फिर अमेठी में राहुल गांधी बनाम स्मृति ईरानी देखने को मिलेगा| पिछले चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी में हार का सामना करना पड़ा था| इस चुनाव में प्रियंका गांधी भी उतरने जा रही हैं|वह रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी|
अमेठी से राजनीतिक करियर की शुरुआत: राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2004 में अमेठी से की थी| उस वक्त उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल की थी| हालांकि, 2019 के चुनाव में वह भाजपा नेता स्मृति ईरानी से हार गए थे।राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर देशभर में लोगों से मिल रहे हैं| इसके तहत वह अमेठी भी गये थे| कहा जा रहा था कि इस बार राहुल इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं| राहुल के दिवंगत चाचा संजय गांधी, दिवंगत पिता राजीव गांधी और मां सोनिया गांधी भी अमेठी से सांसद रहे हैं।
स्मृति ईरानी की चुनौती: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को खुली चुनौती दी थी और उनसे एनडीए और यूपीए दोनों के दस-दस साल के कार्यकाल पर चर्चा करने को कहा था| स्मृति ईरानी ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा था कि राहुल गांधी आप क्षेत्र चुनें, हम कार्यकर्ता चुनेंगे| स्मृति ने यह भी कहा था कि अगर युवा मोर्चा का कोई कार्यकर्ता उनके सामने बोलने लगता है तो वे बोलना भूल जाते हैं| स्मृति ईरानी ने यह बयान नागपुर में ‘नमो युवा महासम्मेलन’ कार्यक्रम में दिया था।
भाजपा ने घोषित की पहली सूची: भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची में स्मृति ईरानी के नाम की भी घोषणा की थी| भाजपा ने पहली सूची में 195 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है| प्रधानमंत्री मोदी फिर वाराणसी से और अमित शाह गांधीनगर से चुनाव लड़ेंगे| भाजपा ने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा है,जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भी शामिल है|
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