महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने टिप्पणी की है| पिछले पांच वर्षों में महाराष्ट्र की राजनीति में जबरदस्त विकास हुआ है। इन घटनाक्रमों को लेकर विपक्ष सत्ताधारियों पर निशाना साध रहा है| वहीं, महाराष्ट्र में दो बड़ी पार्टियों के बीच फूट के चलते आम नागरिकों के मन में राजनीति को लेकर तरह-तरह की राय पैदा हो गई है|
अब आगामी लोकसभा चुनाव के बाद यह साफ हो जाएगा कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में आम लोग किसे वोट देंगे,लेकिन उससे पहले अमित शाह ने महाराष्ट्र के सियासी मामलों पर अपना पक्ष रखा है|
हमें 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत मिला। लेकिन शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को अपने साथ ले लिया| अमित शाह ने कहा, हमने गठबंधन के तौर पर चुनाव लड़ा। अमित शाह ने ये भी कहा है कि ‘भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी| अमित शाह ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने महाराष्ट्र के राजनीतिक मामलों पर विस्तार से अपना पक्ष रखा| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में प्रधानमंत्री बनेंगे।
अमित शाह ने आख़िर क्या कहा?: हमें विधानसभा में बहुमत मिला है, लेकिन शरद पवार हमारे मित्र उद्धव ठाकरे को अपने साथ ले गए| ठाकरे हमारे मित्र थे| हमने गठबंधन के तौर पर चुनाव लड़ा| तब किसी ने उनसे नैतिक और नैतिक सवाल नहीं पूछा।
अजित पवार के खिलाफ मामला क्यों वापस लिया गया?: अजित पवार के खिलाफ मामला क्यों दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में वापस ले लिया गया? ऐसा सवाल अमित शाह से पूछा गया| शाह ने इस पर विस्तृत स्थिति प्रस्तुत की| “जब एक मामला दर्ज किया जाता है, तो 4 से 5 मामले दर्ज किए जाते हैं। एक मामला भ्रष्टाचार का, एक मामला सत्ता के दुरुपयोग का, एक मामला प्रशासनिक कदाचार का और एक मामला सबूतों से छेड़छाड़ का।
अमित शाह ने दी प्रतिक्रिया देते हुए कहा मुख्य अध्याय में चारों अध्याय संयुक्त हैं। मुख्य आरोप पत्र के बारे में कोई बात नहीं कर रहा, लेकिन चार मामले बंद करने का मुद्दा उठाते हैं। भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं के खिलाफ हर मामले में उचित प्रक्रिया अपनाई जाएगी|
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