मध्य प्रदेश में मतदान के दौरान हिंसा, उपद्रवियों ने काटा बवाल, पत्थरबाजी    

मध्य प्रदेश में मतदान के दौरान हिंसा, उपद्रवियों ने काटा बवाल, पत्थरबाजी    

मध्य प्रदेश(MP) विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है। इस दौरान कई जगहों पर हिंसा की खबरें सामने आई हैं। इंदौर में रात को हुए बवाल के बाद मुरैना में ही हिंसक घटनाएं सामने आ रही हैं।बताया जा रहा है कि मुरैना दो सीटों पर पथराव हुए हैं। गोलीबारी की भी घटनाएं सामने आई है ,लेकिन पुलिस ने गोलीबारी के घटना की पुष्टि नहीं किया है। इस घटना में एक व्यक्ति के घायल होने की जानकारी है।

बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के 230 सीटों पर मतदान हो रहा है।दिमनी विधानसभा क्षेत्र के 148 नंबर के मतदान केंद्र  पर सुबह दो गुटों में झड़प हो गई। इस दौरान मुंह पर कपड़ा बांधकर आये लोगों ने पथराव किया। दोनों ओर से फायरिंग की गई। इसके बाद यहां भगदड़ जैसे हालत बन गए। इसके बाद बूथ पर तैनात सुरक्षाकर्मियों उपद्रवियों को खदेड़ दिया। इसके बाद बूथ पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इससे पहले इंदौर में बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। भंवर कुआं थाने के बाहर लोगों ने जमकर बवाल काटा। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस छोड़कर लोगों को तितर बितर करना पड़ा। राऊ विधानसभा सीट बीजेपी उम्मीदवार मधु वर्मा ने आरोप लगाया कि  बीजेपी कार्यकर्ता काम कर रहे थे। इसी दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को धमकाया। जिसकी वजह से यह विवाद हुआ है। वहीं, कांग्रेस नेता का आरोप  है कि बीजेपी कार्यकर्ता शराब कंबल आदि चीजें बांट रहे थे।
 बता दें कि मध्य प्रदेश में बुधवार को चुनाव प्रचार थम गया। एमपी विधानसभा चुनाव के लिए आज यानी शुक्रवार को कुल 230 सीटों पर एक चरण में वोटिंग होगी। इसके लिए 64523 चुनाव केंद्र बनाया गया है। मध्य प्रदेश में  लगभग 17 हजार संवेदनशील मतदान केंद्र हैं। इन बूथों का चुनाव आयोग वेबकास्टिंग के जरिए निगरानी करेगा। वहीं, कांग्रेस और बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। पिछले चुनाव से सबक लेते हुए बीजेपी ने इस चुनाव को जीतने के लिए हर संभव कोशिश की है। बीजेपी ने मतदाताओं को साधने के लिए पीएम मोदी, अमित शाह और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ सहित 39 हाई प्रोफ़ाइल नेताओं ने जमकर चुनाव प्रसार में पसीना बहाया है। इन नेताओं ने  634 चुनावी सभाओं को संबोधित किया है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो राहुल गांधी प्रियंका गांधी सहित 40 नेताओं ने 350 रैलियों में शामिल हुए।

बीजेपी ने सत्ता में वापसी के लिए जमकर पसीना बहाया है। खुद शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव के दौरान सक्रिय रहे। बीजेपी दोबारा शिव “राज” लाने के लिए केंद्र के नेताओं तक को चुनावी मैदान में उतार दिया। 37 दिनों तक दोनों दलों के नेताओं ने मध्य प्रदेश को छावनी में तब्दील कर दिया था। पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में 15 रैली किये जबकि अमित शाह ने गृह मंत्री ने 21 जनसभाओं को संबोधित किया।अगर शिवराज सिंह चौहान की बात की जाए तो  उन्होंने 160 रैली की. इसके बाद दूसरे नंबर पर आते हैं खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया उन्होंने 17 दिनों में 80  रैली की है। वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 14 जनसभा में शामिल हुए थे।

अगर कांग्रेस नेताओं की बात करें तो राहुल गांधी ने 11 रैलियां तो प्रियंका गांधी ने नौ रैलियों को संबोधित किया। शिवराज सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने माहौल बनाने के लिए 350 रैलियां की। कांग्रेस में मुख्यमंत्री के दावेदार कमलनाथ ने लगभग 114 रैलियों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इसके अलावा कांग्रेस के कई और नेताओं ने भी मध्य प्रदेश में डेरा डाल रखा था। इसमें  मल्लिकार्जुन खड़गे ने लगभग आधा दर्जन रैलियों को संबोधित किया।

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