मध्य प्रदेश के शाजापुर में एक बैठक में ड्राइवर की औकात पूछने वाले जिला कलेक्टर किशोर कन्याल पर कार्रवाई की गई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए उन्हें पद से हटा दिया। इससे पहले डीएम कन्याल ने अपने किये पर माफ़ी मांगी थी। बावजूद इसके कन्याल का माफ़ी मांगना काम नहीं आया। डीएम पर कार्रवाई करने के बाद सीएम मोहन यादव ने कहा कि वह खुद गरीब के बेटे हैं और यह सरकार भी गरीबों की है। इस सरकार में सभी का सम्मान होना चाहिए।
किशोर कन्याल को पद से हटाए जाने के बाद राज्य सरकार ने ऋजु बाफना को कलेक्टर बनाया है। मुख्यमंत्री यादव ने बाकी के अधिकारियों को भी भाषा पर संयम बरतने की नसीहत दी। बता दें कि हिट एंड रन का विरोध करते हुए ट्रक और बस ड्राइवरों ने हड़ताल किया था। इस दौरान शाजापुर में बस और ट्रक चालकों के साथ हुई बैठक में जिला कलेक्टर किशोर कन्याल भड़क गए थे। उन्होंने एक चालक को हड़काते हुए उसकी औकात पूछ डाली थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था ,जिसमें जिला कलेक्टर चालक से सीधे उसकी औकात पूछते हुए नजर आ रहे हैं।
अब इस मामले में केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद बस और ट्रक ड्राइवरों ने हड़ताल वापस ले लिया है। जहां एक ओर सड़कों पर बसों और ट्रक ड्राइवरों के पहिये दौड़ने लगे हैं। वहीं किशोर कन्याल का वीडियो वायरल होने पर मामला गरमाया हुआ था. जिस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की।
वीडियो वायरल होने पर कलेक्टर ने माफ़ी मांगी थी। उन्होंने अपनी सफाई में कहा था बैठक के दौरान चालक बार बार उठकर टोकाटाकी करते हुए किसी भी हद तक जाने की बात कर रहा था। इसलिए उसे शांत करने के उद्देश्य से थोड़े कड़े अंदाज में बात की थी। जिला कलेक्टर ने कहा कि उनका किसी को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं था।
ये भी पढ़ें
अडानी हिंडनबर्ग मामला: SC का बड़ा फैसला, CBI को ट्रांसफर नहीं होगा