रविवार के दिन महाराष्ट्र की राजनीति में एक अलग ही किस्सा देखने मिल जहां भतीजे अजित पवार ने चाचा शरद पवार के साथ बगावत कर शिंदे सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसी घटनाक्रम को लेकर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक बड़ी बात कह दी है। दरअसल सामना में लिखे एक लेख में शिवसेना ने दावा किया है कि एकनाथ शिंदे को सीएम पद से हटाने के लिए भाजपा ने अजित पवार से हाथ मिलाया है।
सामना में दिए गए लेख के अनुसार, जल्द ही अजित पवार, एकनाथ शिंदे के जगह ले लेंगे। बता दें कि रविवार को अजित पवार ने एनसीपी में बगावत कर दी और शिवसेना-भाजपा सरकार से हाथ मिलाते हुए डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। अजित पवार के साथ आठ एनसीपी विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
सामना में शिवसेना ने दावा किया कि ‘अजित पवार सिर्फ डिप्टी सीएम बनने के लिए सरकार में शामिल नहीं हुए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों को जल्द ही अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा और पवार की ताजपोशी होगी। इसमें कहा गया है कि ‘राज्य की राजनीति में जो भी घट रहा है, वो लोगों को पसंद नहीं आएगा। महाराष्ट्र में ऐसी राजनीतिक परंपरा नहीं रही है और लोग कभी भी इसका समर्थन नहीं करेंगे।’
सामना में लिखा गया कि ‘शिवसेना से बगावत करने वाले विधायकों ने बगावत का पहला कारण एनसीपी को बताया था लेकिन वह अब क्या करेंगे? शपथ ग्रहण समारोह के दौरान शिंदे गुट के नेताओं के चेहरे के भाव इस बात का सबूत हैं कि उनका भविष्य अंधकार में है।
सामना के संपादकीय में महाराष्ट्र भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा गया है। लेख में लिखा गया है कि ‘फडणवीस ने कहा था कि वह कभी एनसीपी के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे लेकिन रविवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह ने भाजपा का असली चेहरा लोगों के सामने ला दिया है।’
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