मराठा आरक्षण का मुद्दा इस वक्त काफी गर्म है| मनोज जरांगे ने कहा है कि वह 20 जनवरी को मुंबई आएंगे और अनशन करेंगे| मनोज जरांगे ने सभी मराठा समाज से बड़ी संख्या में आजाद मैदान आने की अपील की है| करोड़ों की संख्या में मराठा मुंबई आने वाले हैं, सरकार हमें सुविधा दे, अब कहा गया है कि आरक्षण लेकर ही वापस आएंगे|अब दिन नजदीक आ रहे हैं, लेकिन उससे पहले जरांगे पाटिल के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई है|
क्या असफल होगा मनोज जरांगे का आंदोलन?: मनोज जरांगे के खिलाफ हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है| 20 तारीख को मुंबई में प्रदर्शन न करने को लेकर जरांगे की ओर से याचिका दायर की गई है| यह याचिका याचिकाकर्ता हेमंत पाटिल ने दायर की थी|
याचिका वास्तव में क्या कहती है?: ओबीसी और मराठा दोनों समुदायों ने आज़ाद मैदान में विरोध प्रदर्शन की अनुमति मांगी है। इस दिन से दोनों समुदायों ने आंदोलन की चेतावनी दी है|इससे दोनों समुदाय आमने-सामने आ सकते हैं और कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है| मनोज जरांगे का बयान है कि वह 2 करोड़ लोगों के साथ मुंबई आएंगे| अगर इनमें से एक करोड़ मराठा भाई मुंबई आ जाएं तो मुंबई को घेर लिया जा सकता है| इससे मुंबई की गतिशीलता पर असर पड़ेगा| मुंबईकरों को बहुत नुकसान होगा| इसका असर उस शहर पर पड़ेगा जो देश की आर्थिक राजधानी है| इसलिए, हेमंत पाटिल ने कहा है कि कोर्ट को मनोज जरांगे के आंदोलन पर उचित फैसला देना चाहिए|
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