नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के दौरान हुए नाटकीय घटनाक्रम से राज्य का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है| क्योंकि, नासिक के दिवंगत विधायक डॉ. सुधीर तांबे को कांग्रेस ने नामित किया था। लेकिन तांबे ने पार्टी के आदेश की अवहेलना करते हुए अपने बेटे सत्यजीत तांबे का स्वतंत्र आवेदन दायर किया।
वहीं निर्दलीय उम्मीदवार शुभांगी पाटिल को उद्धव ठाकरे गुट का समर्थन मिला है| इसलिए नासिक में सत्यजीत तांबे और शुभांगी पाटिल के बीच सीधा मुकाबला होगा। साथ ही इस चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी को कौन सपोर्ट करेगा? इसको लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। इस बीच अजित पवार ने इस संबंध में प्रतिक्रिया दी है| वे आज मुंबई में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे|
एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने नासिक स्नातक चुनावों के संबंध में बालासाहेब थोराट और नाना पटोले से बात की है। शरद पवार ने भी कुछ नेताओं से चर्चा की है| साथ ही कांग्रेस ने तांबे पिता-पुत्र पर कार्रवाई की है। तो नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में प्रमुख उम्मीदवार कौन होगा? हम इस पर चर्चा कर रहे हैं।
अजित पवार ने टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस की असल भूमिका क्या है? एनसीपी उसी के अनुसार फैसला लेगी। ठाकरे समूह ने भी शुभांगी पाटिल को समर्थन देने की घोषणा की है, कल तक इस पर निर्णय लिया जाएगा|“
इस बीच भाजपा महाविकास अघाड़ी में नाकामी का दावा कर रही है| इस पर अजित पवार ने भी प्रतिक्रिया दी| “इन घटनाक्रमों ने भाजपा को एक अवसर दिया है। इसलिए वे कुछ भी कह रहे हैं। वे क्या कहते हैं इसका कोई मतलब नहीं है। हमने एक साथ अपना रास्ता बनाया। हालांकि, ये सवाल उठे क्योंकि कांग्रेस उम्मीदवार ने आवेदन पत्र नहीं भरा था।”
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