प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हुए गैंगरेप केस पर सख्त नाराज़गी जाहिर करते हुए प्रशासन को दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जैसे ही प्रधानमंत्री वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंचे, उन्होंने पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल से घटना की पूरी जानकारी ली और स्पष्ट कर दिया कि इस जघन्य अपराध में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस मामले में त्वरित, पारदर्शी और दृढ़ जांच होनी चाहिए ताकि पीड़िता को शीघ्र न्याय मिले और समाज में स्पष्ट संदेश जाए कि अपराधी बच नहीं सकते। उन्होंने कहा, “ऐसे अपराध दोहराए न जाएं, इसके लिए जरूरी है कि दोषियों को ऐसी सजा मिले जो नजीर बन जाए।”
यह मामला पूरे देश को झकझोरने वाला है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक छात्रा को अगवा कर छह दिनों तक नशे में रखा गया और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। अब तक 23 नामजद आरोपियों में से 9 को गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस केस पर लगातार नजर रखे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने भी स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया है कि कानूनी कार्रवाई में किसी भी स्तर पर ढिलाई न बरती जाए और पीड़िता की सुरक्षा व पुनर्वास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। प्रधानमंत्री मोदी की सीधी प्रतिक्रिया और यूपी सरकार की सक्रियता से साफ है कि इस मामले को शीर्ष प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार का रुख बताता है कि न्याय में न तो देरी होगी और न ही कोई रियायत दी जाएगी।
वाराणसी की यह घटना न सिर्फ एक कानून व्यवस्था की चुनौती है, बल्कि समाज की अंतरात्मा को झकझोरने वाली घटना भी है। प्रधानमंत्री का यह स्पष्ट संदेश कि “दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा”, आने वाले दिनों में न्याय प्रक्रिया की दिशा तय करने वाला हो सकता है।
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