पीएम मोदी ने कहा अब भारत बॉर्डर पर डंके के चोट पर निर्माण कर रहा है। उन्होंने बताया कि नई सड़क,नई रेल लाइन,टर्नल और पुल आदि का निर्माण जोर शोर से किया जा रहा है। जो गांव कभी वीरान थे वे गुलजार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे शहर की जो विकास की गति है वही गति बॉर्डर की है। इसलिए सीमावर्ती इलाकों का विकास बहुत जरुरी है।
पीएम मोदी ने पिछली सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पहले की सरकारों की यह सोच थी की अगर नार्थ ईस्ट और सीमावर्ती इलाकों की आवाजाही बेहतर हो गई तो दुश्मन को फ़ायदा होगा। लेकिन हमने इस सोच और विचार के इतर सीमावर्ती इलाकों में नई सड़क, नई रेल लाइन, टर्नल, पुल आदि का निर्माण कर रहे हैं। जिनका काम तेजी से किया जा रहा है जिसका फ़ायदा आसपास के लोगों को मिल रहा है। बेहतर कनेक्टविटी से आसपास के गांवों का भी विकास हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे लिए नार्थ ईस्ट या बॉर्डर एरिया, सीमावर्ती इलाका नहीं, न ही आखिरी छोर हैं। बल्कि सुरक्षा और सवृद्धि का गेटवे हैं। राष्ट्र की सुरक्षा भी यहीं से सुनिश्चित होती है और दूसरे देशों से व्यापार की शुरुआत यही से शुरूआत होती हैं। इसलिए इस योजना बहुत ही महत्व है। पीएम मोदी ने कहा कि यह योजना वाइब्रेट बॉर्डर विलेज योजना है। इस योजना के अंतर्गत बॉर्डर से जुड़े गांवों की विकसित किया जाएगा।
उन्होंने आठ साल में जीतनी नई सड़कों का निर्माण किया गया है उतनी 20 सालों में भी नहीं बनाई गई। उन्होंने कहा कि 20 साल में बनी सड़कों से सात गुना ज्यादा सड़कों का निर्माण किया गया है। पीएम मोदी ने बताया कि मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए मेघालय में 5000 करोड़ रूपये खर्च किये जा रहे हैं। यहां छह हजार मोबाइल टॉवर को लगाया जाएगा।
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