राजस्थान में CM पद के लिए गहलोत के बाद वसुंधरा,पायलट नहीं ये नेता है पसंद 

राजस्थान की जनता ने महंत बालकनाथ योगी को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है। वे दस प्रतिशत जनता की पसंद के साथ दूसरे स्थान पर रहेहै.

राजस्थान में CM पद के लिए गहलोत के बाद वसुंधरा,पायलट नहीं ये नेता है पसंद 

पांच राज्यों का एग्जिट पोल सामने आने के बाद राजस्थान में अनुमान लगाया गया है कि राज्य कांग्रेस की दोबारा सरकार बन सकती है। हालांकि , यह केवल भविष्यवाणी है,मगर असली नतीजा 3 दिसंबर को आएगा। जिससे यह साफ हो जाएगा कि जीत किसके पाले में जा रही है। वहीं राजस्थान माई इंडिया एक्सिस के एक सर्वे में यह जानने की कोशिश की गई की राज्य में मुख्यमंत्री  के लिए जनता किस पर मुहर लगाती है। इसमें  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद दूसरे नंबर पर वसुंधरा राजे या सचिन पायलट का नाम पर जनता ने मुहर नहीं लगाया, बल्कि बीजेपी के नेता और सांसद महंत बालकनाथ योगी  को चुना। जो बेहद चौंकाने वाला परिणाम है।

दरअसल सर्वे में राज्य के सबसे अच्छे मुख्यमंत्री के बारे में सवाल किया गया था। जिसमें 32 प्रतिशत जनता ने सीएम अशोक गहलोत को वोट दिया। इस तरह वे पहले स्थान पर रहे। लेकिन दूसरे स्थान पर राजस्थान की जनता ने महंत बालकनाथ योगी को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है। वे दस प्रतिशत जनता की पसंद के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि तीसरे स्थान पर वसुंधरा राजे थी। बहरहाल जनता का यह चुनाव बेहद चौंकाने वाला है, माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यों से प्रभावित होकर राज्य की जनता महंत बालकनाथ योगी को अपने सीएम के रूप में देखना चाहती है। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बालकनाथ योगी के लिए चुनाव प्रचार में वोट मांगे थे।

फ़िलहाल, महंत बालकनाथ योगी बीजेपी के सांसद हैं। वहीं, बीजेपी ने राज्य में  सत्ता पर काबिज होने के लिए कई  सांसदों  को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था। इसी तरह से बीजेपी महंत बालकनाथ योगी को भी बीजेपी ने तिजारा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। महंत बालकनाथ योगी को राजस्थान का योगी भी कहा जाता है वे सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह पहनावा पहनते हैं। महंत बालकनाथ योगी का अलवर के आसपास के इलाकों में अच्छी पकड़ है। चुनाव से पहले बीजेपी ने उन्हें  उपाध्यक्ष भी बनाया था।

महंत बालकनाथ योगी का जन्म अलवर में 16 अप्रैल 1984 में हुआ था। उनके पिता का नाम सुभाष यादव और माता का नाम उर्मिला देवी है। उनके पिता किसान है।बताया जाता है कि महंत बालकनाथ योगी का परिवार साधु संतों की बड़ी सेवा करता है और महंत बालकनाथ योगी अपने माता पिता के इकलौती संतान हैं। महंत बालकनाथ योगी नाथ सम्प्रदाय के महंत हैं।उन्होंने छह साल की ही उम्र में घर छोड़ दिया था। दीक्षा के लिए खेतनाथ महंत के पास चले गए थे।

यहां से शिक्षा दीक्षा लेने के बाद महंत बालकनाथ योगी महंत चांदनाथ के पास आ गए जहां उनकी बालक स्वभाव को देखकर उन्हें बालकनाथ कहना शुरू किया जिसके साथ ही उनका नाम ही महंत बालकनाथ पड़ गया। इसके बाद 2016 में महंत चांद नाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। वर्तमान में महंत बालकनाथ योगी बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के चांसलर हैं। महंत बालकनाथ योगी ने अपना पहला लोकसभा चुनाव 2019 में लड़ा था, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के कद्द्वार नेता भंवर जितेंद्र सिंह को 3 लाख से अधिक मतों से हराया था। गौरतलब है कि, महंत बालकनाथ योगी को सीएम योगी आदित्यनाथ का करीबी माना जाता है। क्योंकि, वे नाथ सम्प्रदाय से जुड़े हैं, उसी से महंत बालकनाथ भी जुड़े हैं। महंत बालकनाथ योगी रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत है।

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