मुख्य न्यायाधीश डी.वाई.चंद्रचूड़ ने एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों की अयोग्यता पर 31 दिसंबर से पहले फैसला लेने का निर्देश दिया| डी.वाई.चंद्रचूड़ ने राहुल नार्वेकर को कड़वे शब्द कहे हैं|हमें परिणाम दिए हुए इतना समय हो गया है, आपने कुछ भी निर्णय क्यों नहीं लिया? चीफ जस्टिस ने राहुल नार्वेकर को जमकर सुनाया है|राहुल नार्वेकर की ओर से तुषार मेहता ने बहस की|इस बार उन्होंने और समय मांगा,लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने समय बढ़ाने से इनकार कर दिया है|
शंभुराज देसाई ने क्या कहा?: मैंने नतीजा नहीं सुना है, लेकिन अध्यक्ष महोदय सही निर्णय लेंगे| शंभुराज देसाई ने कहा है कि मैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में था|
शिवसेना और एनसीपी दोनों के लिए दी गई समय सीमा: अजीत पवार और अन्य विधायकों पर 31 जनवरी तक फैसला होना चाहिए, जबकि एकनाथ शिंदे और उनके साथ अन्य विधायकों पर 31 दिसंबर तक फैसला होना चाहिए। ऐसे निर्देश अब डी. वाई चंद्रचूड़ ने दी है| साथ ही डी. वाई चंद्रचूड़ ने यह भी कहा कि ऐसा समय नहीं आना चाहिए जब हमें अयोग्यता पर फैसला करना पड़े| एकनाथ शिंदे के खिलाफ 34 याचिकाओं पर 31 दिसंबर तक फैसला| तुषार मेहता ने बहस करते हुए दिवाली की छुट्टियों का मुद्दा उठाया, शीतकालीन सत्र का मुद्दा भी उठाया| हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने ये डेडलाइन दी है| अजित पवार के लिए डेडलाइन 31 जनवरी तय की गई है|
मराठा आरक्षण: मराठा उपसमिति की बैठक खत्म, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा..!