पश्चिम बंगाल के गंगा रामपुर में एक शिक्षक ने यूनिफॉर्म के बजाय बुर्का पहनकर स्कूल आने वाली छात्रा को डांट लगाई, जिसके बाद उनको जेल जाने की नौबत आई है। बता दें गत दिनों गंगा रामपुर के अहोकग्राम हाई स्कूल के अध्यापक आशुतोष पाल 7 वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ा रहे थे। इसी बीच कक्षा में बैठी एक छात्रा के अलग यूनिफॉर्म को देखते हुए पूछताछ की। पता चला कि धार्मिक कारणों की वजह से छात्रा ने यूनिफॉर्म की बजाए हिजाब पहनकर आने की बात कही, अध्यापक आशुतोष पाल ने हिजाब को लेकर छात्रा को जमकर डांट लगाई।
स्कूल की यह घटना छात्रा ने घर जाकर बताया, जिसके बाद उसके परिजनों ने अध्यापक आशुतोष पाल पर धार्मिक भावना आहत करने के आरोप लगाकर गंगारामपुर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इस विषय पर तत्काल संज्ञान लेते हुए गंगारामपुर की पुलिस ने उसी रात अध्यापक आशुतोष पाल को हिरासत में लिया। दूसरे ही दिन आशुतोष पाल को गंगारामपुर की सबडिवीजन कोर्ट में ले जाया गया, जहां उसे 14 दिन के लिए पुलिस कस्टड़ी में रखने का निर्णय दिया गया है।
याद कीजिए, इससे पहले भी स्कूलों में यूनिफॉर्म के बजाय हिजाब पहनकर स्कूल जाने वाली छात्राओं के सन्दर्भ में अनेक राज्यों में जमकर बवाल मचा था| इन मामलों का जोर इतना था की उच्च न्यायालयों को बीच में आना पड़ा। कर्नाटक के उच्च न्यायालय ने साफ़ कर दिया है की हिजाब की स्कूलों में कोई जग़ह नहीं है। बल्की महाराष्ट्र के उच्च न्यायलय ने भी इस मामले में कर्नाटक उच्च न्यायलय के निर्णय के आधार पर स्कूल के यूनिफॉर्म छात्रों को अपने धर्म, जाति, सम्प्रदायों से ऊपर उठकर एक जैसा दिखने और एकात्मता की भावना के लिए होने की बात की थी।
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