जलगांव नगर निगम में आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की पूर्ण लंबाई वाली प्रतिमा का अनावरण किया गया। समारोह का संचालन राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने किया| इस दौरान उद्धव ठाकरे ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, मणिपुर और भारत को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की| उद्धव ठाकरे ने कहा, ”मंच पर खड़े होने के बाद मंच हिलना शुरू हो गया है| मैंने मन में सोचा कि मंच जिस तरह से चल रहा है, यह इस बात का संकेत है कि पूरी केंद्र सरकार डगमगाने लगी है| केंद्र सरकार आगे बढ़ रही है।
कोई भी मूर्ति खड़ी कर सकता है। ऐसे बहुत कम लोग हुए हैं जिन्हें काम करने के बाद जनता ने उपाधियां दी हों। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल थे। मैं नगर निगम के परिसर में उनकी प्रतिमा लगाने और मुझे इसका अनावरण करने का अवसर देने के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं”, ठाकरे ने यह भी कहा।
प्रतिमा की ऊंचाई तक पहुंचें, कार्य की ऊंचाई तक पहुंचें: “सरदार वल्लभभाई पटेल एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उस समय उन्होंने आरएसएस पर भी प्रतिबंध लगा दिया था| क्या आप जानते हैं दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति कहाँ स्थापित की गई थी? प्रतिमा की ऊंचाई तो ठीक है, काम ऊंचाई तक कब पहुंचेगी? यह अच्छा है कि मूर्ति खड़ी कर दी गई है, लेकिन काम की ऊंचाई तक मत पहुंचिए”, उन्होंने कहा।
17 सितंबर मराठा स्वतंत्रता दिवस है। उस समय जिन का निधन हो गया था| तो कईयों ने इस कार्रवाई को स्थगित करने की बात कही,लेकिन वल्लभभाई ने कहा, आज कोई कार्रवाई नहीं होगी| उन्होंने सेना में घुसपैठ की और मराठवाड़ा को गर्व से भारत में मिला लिया। आज हम निश्चित रूप से मूर्तियाँ खड़ी कर रहे हैं। वल्लभभाई ने मराठवाड़ा की तरह मणिपुर में कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं की। क्या फौलाद का आदमी है, क्या फौलाद का आदमी है”, ठाकरे ने प्रधानमंत्री की भी आलोचना की।
वह बोलीं तो भारत को खुजली हो गई: “अब भारत को बोलना चाहिए, वह बोलीं तो भारत को खुजली हो गई। इंडिया के नारे लगे, वोट फॉर इंडिया के नारे दिए गए| उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना करते हुए कहा कि जब हमने भारत के बारे में बात की तो खुजली दूर हो गई|
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