उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग से मंगलवार को बाहर निकाले गए मजदूरों से पीएम मोदी ने बात की. इस दौरान सभी मजदूरों ने 17 दिनों के अनुभव को साझा किया। बता दें कि ये 41 मजदूर 12 नवंबर को टनल का एक हिस्सा गिरने के बाद फंस गए थे। उसके बाद उन्हें लगातार निकालने के प्रयास किये जा रहे थे। लेकिन यह कामयाबी 17 दिन बाद मिली। पीएम मोदी ने मजदूरों से बात करते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि श्रमिक भाइयों को संकल्प शक्ति और धैर्य से यह नया जीवन मिला है। इस मिशन में अद्भुत टीम वर्क का नमूना पेश किया गया।
पीएम मोदी ने मजदूरों से बात करते हुए कहा कि आप लोगों के बाहर आने से मै कितना खुश हूं, यह शब्दों में बयां नहीं कर सकता। आप लोग इतने दिन तक हिम्मत और दिखाया और एक दूसरे का हौसला बढ़ाया। सुरंग में खाने पीने की चीजें पाइप के जरिये भेजा गया। वहीं, मजदूरों ने कहा कि सुरंग में ढाई किलोमीटर में जगह थी, सुबह जगने के बाद वे ढाई किलोमीटर तक टहलते थे। उसके साथ योग करते थे.
टनल से निकाले जाने के बाद भी पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि यह बचाव अभियान सभी को भावुक कर दिया है। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सभी लोगों के जज्बे को सलाम किया। उन्होंने कहा कि उनके साहस और संकल्प की वजह से 41 मजदूरों को बाहर निकाला गया। पीएम मोदी से बात करते हुए गब्बर सिंह नेगी ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा था कि सभी को बाहर निकाल लिया जाएगा। क्योंकि भारत सरकार सभी को निकालने के लिए विदेशी विशेषज्ञों से मदद ले रही थी।
उन्होंने पीएम मोदी बात करते हुए कहा कि “धन्यवाद आप लोगों का। सर यह आप लोगों का आशीर्वाद था ,आपने हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री धामी जी लगातार संपर्क में थे। कंपनी ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।…. आप जैसे हमारे प्रधानमंत्री है ,जब आप दूसरे देशों से हमें बचा कर ला सकते हैं तो हम तो घर में थे सर। इसलिए हमें कोई परेशानी नहीं हुई। पीएम मोदी नेगी की तारीफ़ की और कहा कि नेगी के लीडरशिप पर किसी यूनिवर्सिटी को स्टडी करनी चाहिए।
वहीं, शबा अहमद ने कहा कि हम लोग टनल में एकजुट होकर रह रहे थे और एकदूसरे का हौसला बढ़ा रहे थे। उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई, उनकी हर सुविधा का ख्याल रखा गया। रात को खाना खाने के बाद हम लोग टहलने जाते थे। पीएम मोदी ने यूपी के अखिलेश नामक श्रमिक से भी भी बात की। इसके अलावा बिहार के छपरा के रहने वाले सोनू कुमार से भी बात की।
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