28 C
Mumbai
Saturday, July 27, 2024
होमन्यूज़ अपडेट'हम कोई साधु-संत नहीं हैं, कई साल...', कर्जत की जनसभा में अजित...

‘हम कोई साधु-संत नहीं हैं, कई साल…’, कर्जत की जनसभा में अजित पवार का बयान​ ​!

पिछले कई दिनों से अजित पवार डेंगू की वजह से मीडिया से दूर हैं​,लेकिन, पिछले दो-तीन दिनों से वह फिर से राजनीति में सक्रिय हो गए हैं और आज उन्होंने कर्जत में एक सार्वजनिक बैठक की​|

Google News Follow

Related

कर्जत में एनसीपी के अजित पवार गुट की संकल्प रैली हुई​|इस मौके पर अजित पवार का जोरदार स्वागत किया गया​|  पिछले कई दिनों से अजित पवार डेंगू की वजह से मीडिया से दूर हैं​,लेकिन, पिछले दो-तीन दिनों से वह फिर से राजनीति में सक्रिय हो गए हैं और आज उन्होंने कर्जत में एक सार्वजनिक बैठक की​| इस बार उन्होंने अलग रुख अपनाने के पीछे की वजह भी बताई​|

अजित पवार ने कहा कि बीच के दौर में कुछ राजनीतिक बदलाव हुए​| इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था|हम सभी को बताना चाहते हैं कि यह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी है जो युगपुरुष छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रेरणा और शाहू, फुले, आंबेडकर की विचारधारा और स्वर्गीय यशवंतराव चव्हाण के विचारों पर आधारित है। इस जिले में एक समुद्रतट है|यह एक पहाड़ी इलाका है​|सड़कों का जाल बिछाया गया है|पनवेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा होना चाहिए​| कई महत्वपूर्ण हिस्सों को जोड़ा जा रहा है​| पुणे, नगर जिले से घाट होकर आने में लोगों को परेशानी होती है। सरकार वहां भी कुछ व्यवस्था करने की कोशिश कर रही है​| यहां के लोगों के लिए रोजगार का सृजन किया जाये​|

हम 30-35 साल से राजनीति में काम कर रहे हैं​|अगर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए तो हर दिन का लाभ स्थानीय लोगों को मिलता है। सबकी आजीविका दांव पर है. पिछले साढ़े नौ वर्षों में भारत की जनता के लिए योजनाओं की घोषणा की गई है। हम इन योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, अजीत पवार ने कहा।कुछ लोग सोच रहे होंगे कि यह रुख क्यों अपनाया जाए? हम संत नहीं हैं​|हमने कई वर्षों तक कई सरकारों में काम किया है।’ कई राजनीतिक दल अलग-अलग सहयोगियों के साथ जाते हैं। हालांकि, हम अपनी विचारधारा नहीं छोड़ते हैं।

इस सभा के अवसर पर मैं महाराष्ट्र की जनता से यह भी कहता हूं कि हमारी विचारधारा स्पष्ट है। साढ़े तीन सौ साल पहले छत्रपति शिवाजी महाराज ने यह रुख अपनाया था कि कोई भी समाज, चाहे वह अल्पसंख्यक हो, पिछड़ा आदिवासी समाज हो या सामान्य समाज हो, उसे अपने समाज में समरसता बनाए रखनी चाहिए। और स्वराज्य की स्थापना हुई​|अजित पवार ने यह भी कहा कि हम सभी एक ही राह पर चलने की कोशिश कर रहे हैं​|

यह भी पढ़ें-

“उस मंदिर में…”, मजदूरों को बचाने आए विशेषज्ञ अर्नाल्ड डिक्स का बयान; कहा, “यह चमत्कार…”​!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,488फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
167,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें