कोलकाता। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की मंशा जाहिर तभी हो गई थी,जब उन्होंने अपने साथ मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय को भी पीएम की बैठक में आने से रोक रखा था। हालांकि, यह साफ है कि ममता बनर्जी ने पहले से ही केंद्र सरकार से खफा हैं और अपने तरीके से विरोध जता रही हैं। ममता का ‘अहंकार’ उन्हें शुभेन्दु अधिकारी के सामने से आने रोक रहा है,लेकिन उन्होंने अधिकारी को बहाना बना कर पीएम का विरोध जताया। अब जब राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस बात का खुलासा कर ही दिया है कि मीटिंग में शुभेन्द्रू अधिकारी को पीएम के बैठक में शामिल होने पर ममता बनर्जी की बायकॉट की मंशा थी और उन्होंने ऐसा किया भी।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने लिखा, ‘झूठे बयानों से विवश होकर अब सीधा रिकॉर्ड रख रहा हूं। 27 मई को रात सवा 11 बजे ममता बनर्जी ने मुझे मेसेज किया कि क्या मैं बात कर सकती हूं। यह अर्जेंट है। इसके बाद फोन पर उन्होंने संकेत दिया कि वह और उनके अधिकारी पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग का बायकॉट कर सकते हैं, यदि इसमें नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी को भी बुलाया गया। इस तरह जनता की सेवा पर अहंकार को तरजीह दी गई।’
पीएम मोदी ने बंगाल पहुंचने पर पहले हवाई सर्वे किया और फिर समीक्षा बैठक के लिए कलाईकुंडा पहुंचे थे। यहां सीएम ममता बनर्जी और राज्य के मुख्य सचिव 30 मिनट की देरी से पहुंचे। यही नहीं ममता बनर्जी कुछ ही देर रुकीं और पीएम नरेंद्र मोदी को चक्रवात से हुए नुकसान की रिपोर्ट देकर निकल गई थीं। उनके इस रवैये की तीखी आलोचना हुई थी और बीजेपी ने इसे संघीय व्यवस्था के खिलाफ बताया था। यही नहीं सीएम ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था। उसमें भी उन्होंने शुभेंदु अधिकारी को आमंत्रित करने पर ऐतराज जताया था।
ममता बनर्जी ने लिखा था, ‘मैं आपसे कुछ कहना चाहती हूं। पीएम और सीएम की मीटिंग के स्ट्रक्चर को आपकी तरफ से बदला गया। आपने अपनी पार्टी के स्थानीय विधायक को आमंत्रित किया था, जबकि मेरी राय है कि पीएम और सीएम की मीटिंग में उनकी कोई जरूरत नहीं थी। आपने गवर्नर और कुछ केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया, जिस पर मैंने कोई ऐतराज नहीं जताया। लेकिन इस मसले कोई संबंध न रखने वाले विधायक को आमंत्रित किया जाना, मुझे स्वीकार नहीं था।’ ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव रहे अलपन बंद्योपाध्याय के ट्रांसफर का विरोध करते हुए 5 पेज का खत पीएम मोदी को लिखा था, जिसमें उन्होंने शुभेंदु को लेकर ऐतराज जाहिर किया था। बता दें कि ममता बनर्जी उनके अहंकार की लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने हमला बोला था। रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा था कि यह स्तब्ध करने वाली घटना है। जबकि BJP चीफ जेपी नड्डा ने ममता पर निशाना साधते हुए कहा था कि ”अहंकार दूर रखें ”।