इसरो के चंद्रयान 3 की सफलता के बाद अब सोशल मीडिया पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच सियासत गरमाती नजर आ रही है| प्रोटोकॉल के बावजूद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए क्यों नहीं आए, इस पर सवाल पूछे जा रहे थे और उनकी आलोचना भी की जा रही थी|अब इस पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई दी है|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश दौरे से सीधे बेंगलुरु में हैं, लेकिन उनके स्वागत के लिए न तो कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और न ही उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार मौजूद थे| प्रोटोकॉल के मुताबिक दोनों में से एक का मौजूद रहना जरूरी है| इसको लेकर सोशल मीडिया पर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बहस छिड़ी थी|
The Prime Minister is scheduled to directly land in Bengaluru tomorrow at 6 am after his latest foreign jaunt to congratulate ISRO.
He is apparently so irritated with the CM and Deputy CM of Karnataka for felicitating the scientists of ISRO before him, that he has purportedly… pic.twitter.com/6EvN68A4oT
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 25, 2023
‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह बेंगलुरु पहुंचे| उन्होंने इसरो मुख्यालय जाकर वैज्ञानिकों से चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग को लेकर मुलाकात की| उनसे बातचीत की| इस बार मोदी के स्वागत के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार एयरपोर्ट पर मौजूद नहीं थे| इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गई है| कांग्रेस ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जानबूझकर मुख्यमंत्री को उनके स्वागत के लिए आने से रोका|
लेकिन इस विवाद के बढ़ने के बाद अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर सफाई दी है| उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनका विमान बेंगलुरु कब पहुंचेगा| इसलिए मैं मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री, राज्यपाल को परेशान नहीं करना चाहता था| इसीलिए मैंने उनसे अनुरोध किया कि वे मेरे स्वागत के लिए न आएं।
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