साल 2022 में प्रदेश की राजनीति में बड़ा भूचाल आया| एकनाथ शिंदे ने कुछ विधायकों के साथ शिवसेना में बगावत कर दी है| इससे महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गयी| सूरत-गुवाहाटी-गोवा की यात्रा कर शिंदे गुट ने भाजपा के साथ सत्ता स्थापित की| सत्ता में आने के बाद शिंदे गुट के विधायकों ने अजित पवार पर फंड देने से इनकार करने का आरोप लगाया था,लेकिन, अजित पवार शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल हो गए हैं|
अब चर्चा है कि शिंदे गुट के कुछ लोग उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं,लेकिन, क्या वह भविष्य में वापस उद्धव ठाकरे के पास जाएंगे? इस पर महाड विधायक भरत गोगवले ने टिप्पणी की है|
भरत गोगवले ने कहा, ”इस बारे में आज नहीं बता सकता| राजनीति और खेल में कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता| एकनाथ शिंदे का स्वभाव बहुत अलग है| एकनाथ शिंदे किसी को परेशान नहीं करते| अगर आप किसी भी स्थिति में एकनाथ शिंदे से मदद मांगेंगे तो वह आपकी मदद करेंगे।”
क्या आपके लिए खुले रहेंगे उद्धव ठाकरे के ‘मातोश्री’ के दरवाजे? इस सवाल पर भरत गोगावले ने कहा, ”बाला साहेब शरद पवार के बारे में क्या कहते थे, ये सभी जानते हैं, लेकिन, बाद में समीकरण बदल गये| तो आज राजनीति में क्या होगा, कोई नहीं कह सकता।”
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