28 C
Mumbai
Sunday, September 22, 2024
होमराजनीतिफिर होगा भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन?

फिर होगा भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन?

उद्धव ठाकरे और फडणवीस ने दिए संकेत

Google News Follow

Related

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिवाली के एक कार्यक्रम में बयान दिया था कि राजनीति में कड़वाहट खत्म करने की जरुरत है। उनके बयान का उद्धव ने स्वागत करते हुए बड़ा बयान देकर भाजपा के लिए अपने तेवर नरम किये और कहा कि अगर आपके मन में ऐसा ख्याल आया है तो तुरंत इसकी पहल कीजिए। शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में उद्धव ठाकरे ने लिखा है कि फडणवीस को राजनीतिक कड़वाहट खत्म करने का बीड़ा उठाना चाहिए। हालांकि उद्धव ठाकरे के इस बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से उथल-पुथल मचा दिया है। खासकर तब जब एक तरफ बीएमसी चुनाव जल्द होनेवाला हैं और दूसरी तरफ शिंदे सरकार के मंत्री आपस में ही उलझ रहे हैं। हालांकि सामना में ठाकरे का भाजपा को लेकर दिया गया यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना गया है।

दरअसल, दिवाली मिलन कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से कहा था कि राजनीति में बहुत कड़वाहट होती है, इसे खत्म करने की जरूरत है। फडणवीस के इसी बयान पर उद्धव ठाकरे ने अपने संपादकीय में कहा कि राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं है। हालांकि अगर आपके मन में कड़वाहट खत्म करने का ख्याल आ गया है, तो आपको तुरंत पहल करनी चाहिए।

उद्धव ठाकरे का सामना में भाजपा के साथ सुलह के संकेत देना महाराष्ट्र की राजनीति में बेहद अचंभित है। खासकर तब जब ठाकरे भाजपा समर्थक शिंदे सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर हैं। इसी लड़ाई के चलते ठाकरे को न सिर्फ मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा बल्कि, वर्षों पुरानी शिवसेना पार्टी के नाम से भी हाथ धोना पड़ा। वहीं उद्धव हमेशा से ही भाजपा पर शिवसेना को तोड़ने के आरोप लगाते रहे हैं। उद्धव गुट का कहना है कि भाजपा की वजह से ही उनकी पार्टी में फूट पड़ी और एकनाथ शिंदे अन्य पार्टी विधायकों के साथ भाजपा में जा मिले और सरकार बनाई।

हालांकि 3 नवंबर को होने वाली अंधेरी ईस्ट उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर उद्धव को अपनी पार्टी का नाम शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे करना पड़ा। साथ ही चुनाव चिह्न धनुष-बाण से मशाल करना पड़ा। एकनाथ शिंदे खेमे को बालासाहेबंची शिवसेना नाम मिला। साथ ही चुनाव चिन्ह के रूप में ‘दो तलवारें और ढाल’ मिली है।

ये भी देखें 

सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के एक और निर्णय को बदला 

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,379फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
178,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें