​​शीतकालीन सत्र 2023: नवाब मलिक अजित पवार​ गुट में!,’….सत्तारूढ़ पर विश्वास’!

शीतकालीन सत्र के लिए नवाब मलिक नागपुर पहुंचे नवाब मलिक एक साल से ज्यादा समय तक जेल में रहे​|​ आज वे किसके समूह में जायेंगे? ये देखना ज़रूरी था​|​ आज वह अजित पवार गुट के अनिल पाटिल के दफ्तर में जाकर बैठे​|​अनिल पाटिल और धर्मराव बाबा अत्राम ने विश्वास जताया है कि नवाब मलिक हमारे पक्ष में हैं​|

​​शीतकालीन सत्र 2023: नवाब मलिक अजित पवार​ गुट में!,’….सत्तारूढ़ पर विश्वास’!

Winter Session 2023: Nawab Malik in Ajit Pawar faction! Dharmarao Atram expressed confidence in the ruling party!

नवाब मलिक को दाऊद के सहयोगियों सलीम पटेल और हसीना पारकर के साथ गोवावाला कपाउंड जमीन का सौदा करने के आरोप में जेल ​की सजा काट रहे थे। बाद में उन्हें जमानत दे दी गई।शीतकालीन सत्र के लिए नवाब मलिक नागपुर पहुंचे नवाब मलिक एक साल से ज्यादा समय तक जेल में रहे|आज वे किसके समूह में जायेंगे? ये देखना ज़रूरी था|आज वह अजित पवार गुट के अनिल पाटिल के दफ्तर में जाकर बैठे|अनिल पाटिल और धर्मराव बाबा अत्राम ने विश्वास जताया है कि नवाब मलिक हमारे पक्ष में हैं|इसी धारणा को पुष्ट करते हुए नवाब मलिक सत्तासीन हुए हैं।
अनिल पाटिल ने क्या कहा?: नवाब मलिक किसके साथ हैं इसका खुलासा तो नवाब मलिक ही करेंगे। साथ ही हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष बताएंगे कि वह किसकी तरफ हैं|नवाब मलिक हॉल में जाकर बैठेंगे, उसके बाद सब कुछ साफ हो जाएगा|मैंने 23 नवंबर को एनसीपी के प्रमुख व्हिप के रूप में आवेदन किया था।हमें विधानमंडल में एक कार्यालय दिया गया है|अध्यक्ष ने वह कार्यालय दे दिया है|अनिल पाटिल ने कहा कि हमारे बीच कोई गुटीय मुद्दा नहीं है क्योंकि एनसीपी हमारी है|अनिल पाटिल के साथ नवाब मलिक भी ऑफिस में बैठे नजर आए|
 
धर्मराव बाबा अत्राम ने क्या कहा?: सुबह 11 बजे नवाब मलिक हमारे साथ बैठेंगे|नवाब मलिक का हमारे साथ आना सकारात्मक है|हमारे साथ हैं नवाब मलिक|मैं उनसे नहीं मिला हूं लेकिन वे हमारे साथ हैं।यह बात कैबिनेट मंत्री धर्मराव बाबा अत्राम ने बताई है|
नवाब मलिक के खिलाफ सटीक आरोप क्या हैं?: हसीना पारकर, सलीम पटेल, 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी सरदार खान और नवाब मलिक पर गोवा वाला कंपाउंड में एक महिला मुनीरा प्लंबर की तीन एकड़ जमीन को साजिश रचने और अवैध रूप से हड़पने का आरोप है।इस महिला ने 1999 में सलीम पटेल के नाम पर पावर ऑफ अटॉर्नी जारी की थी|इससे सलीम पटेल को इस जमीन पर अवैध कब्जे को निपटाने की उम्मीद थी|हालांकि, आरोप है कि पटेल ने इसका दुरुपयोग किया और हसीना पारकर के निर्देश पर गोवा वा​ला  कंपाउंड में जमीन मलिक की सॉलिडस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को बेच दी।
ईडी ने आरोप लगाया है कि नवाब मलिक ने गोवा वाला कंपाउंड में परिसर को किराए पर देने की आय से बांद्रा, कुर्ला में फ्लैट और उस्मानाबाद में कृषि भूमि खरीदी। तो वहीं नवाब मलिक ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था|
 
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