उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने युवाओं को रोजगार और कौशल विकास से जोड़ने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन स्थित ऑडिटोरियम में 1,510 अनुदेशकों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए राज्यव्यापी कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रदेश के सभी जिलों में भी भव्य समारोह आयोजित किए गए, जहां सांसद और विधायक सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपकर उनके सपनों को साकार करने के साक्षी बने।
व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के 286 राजकीय आईटीआई में 92 व्यवसाय संचालित हो रहे हैं, जिनमें 1,84,280 सीटें उपलब्ध हैं। यहां कुल 7,768 अनुदेशक पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 6,577 नियमित और 1,191 आउटसोर्सिंग से भरे गए हैं। वर्ष 2022 में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के जरिए 2,406 रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिसके तहत इस बार 1,510 अनुदेशकों का चयन हुआ है। बाकी 341 पदों का परिणाम भी जल्द घोषित होगा।
पिछले आठ वर्षों में प्रदेश सरकार ने 60 से अधिक नए आईटीआई स्थापित कर संचालन शुरू कराया है। वर्तमान में 324 राजकीय आईटीआई के जरिए 82 ट्रेड में लगभग 1.84 लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गरीब विद्यार्थियों की मदद के लिए मासिक फीस सिर्फ 40 रुपए तय की गई है। इसके अलावा 3,000 निजी आईटीआई में 6 लाख सीटों पर प्रशिक्षण उपलब्ध है, जहां फीस प्रतिपूर्ति और छात्रवृत्ति भी दी जा रही है।
सरकार आईटीआई को भविष्य की तकनीक से लैस करने पर भी ध्यान दे रही है। सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक व्हीकल, थ्री डी प्रिंटिंग, सीएनसी, डिजिटल कम्युनिकेशन और लेजर कटिंग जैसे क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए टाटा टेक्नोलॉजीज और 18 कंपनियों के सहयोग से 150 आईटीआई को अपग्रेड किया गया है। इस पर लगभग 5,000 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और हर साल 15 हजार से अधिक युवाओं को आधुनिक कौशल सिखाया जा रहा है। अब 62 और आईटीआई के उन्नयन को मंजूरी दी गई है।
पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत 14 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें से 5.65 लाख को रोजगार मिला। वर्तमान में 1,000 से अधिक प्रशिक्षण पार्टनर्स 350 से ज्यादा कोर्स चला रहे हैं। ग्रामीण युवाओं के लिए दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत 1.80 लाख युवाओं को प्रशिक्षण मिला, जिनमें से 1.30 लाख को रोजगार से जोड़ा गया।
प्रदेश में रोजगार मेलों के जरिए अब तक 4.13 लाख युवाओं को 2,537 कंपनियों में नौकरी मिली है। वहीं, प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत 500 कंपनियों में 2,500 से अधिक युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे युवा राज्य है और उनकी सरकार युवाओं को कौशल और रोजगार से जोड़ने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर युवा को उसके घर के पास कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है।
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