इस बार धनतेरस 2 नवम्बर को है। दीपावली त्यौहार धनतेरस से शुरू होता है। कहा जाता है कि इस अवसर पर बाजार से कोई वस्तु जरूर खरीदनी चाहिए। लोग चांदी -सोने के सिक्के खरीदते हैं। कुछ ऐसी भी चीजें होती हैं जो इस अवसर पर जरूर खरीदनी चाहिए। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। विष्णु के अवतार धन्वन्तरि को आयुर्वेद का भगवान कहा जाता है। माना जाता है कि उन्होंने मानव जाति को आयुर्वेद का ज्ञान दिया है।धनतेरस को साल का सबसे शुभ दिन माना जाता है।
लक्ष्मी पूजा कारोबार के लिए शुभ: इस दिन सोने के आभूषण खरीदने की परंपरा भी शुरू से ही है। सोना लक्ष्मी और बृहस्पति का प्रतीक है प्रतीक माना जाता है ,इसलिए धनतेरस के दिन सोना खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। धनतेरस पर आप नया बैंक अकाउंट खोल सकते हैं। यह कारोबारियों के लिए अहम दिन है। शाम को होने वाली लक्ष्मी पूजा कारोबार के लिए शुभ मानी जाती है। यही कारण हैं कि जो भी लोग कारोबार से जुड़े होते हैं वो लोग धनतेरस के दिन लक्समी पूजन अवश्य करते हैं। यह खास तरह का समुद्री घोंघा (स्नेल) होता है। यह मुख्य रूप से गोमती नदी में पाया जाता है। इसे हिंदू धर्म में बहुत पवित्र और शुभ मानते हैं। माना जाता है कि यह धन-दौलत, सुख, सेहत और सफलता को लाता है।
तांबे के बर्तन को पूर्व की ओर रखकर करें पूजा: मान्यता है कि गोमती चक्र बच्चों की सुरक्षा भी करता है। घर के नए बर्तन खरीदने के लिए यह शुभ दिन माना जाता है। यदि आपका बजट आपको सोना खरीदने की अनुमति नहीं दे रहा है तो आप धनतेरस के दिन तांबे से बने बर्तन खरीद सकते हैं और उन्हें पूर्व की ओर रखकर पूजा कर सकते हैं। इस दिन चांदी खरीदने का भी प्रचलन है। लोग चांदी के सिक्के या चाँदी का कोई भी बहुमूल्य सामान खरीदते हैं। कहते है जिन सिक्कों पर माता लक्ष्मी और कुबेर की आकृति बनी होती है, उनको खरीदना बेहद शुभ होता है।
इन्हें नहीं ख़रीदे: कांच का संबंध राहु से होता है। इसलिए धनतेरस के दिन कांच का सामान खरीदने से बचना चाहिए। अधिकतर लोग एल्युमिनियम के बर्तन खरीदना पसंद करते हैं ,लेकिन बता दें कि यह धातु भी राहु का कारक होती है। धनतेरस के दिन ऐसी चीजें घर लाई जाती हैं जो प्राकृतिक रूप से उत्पन्न हुई हो न कि मानव द्वारा निर्मित की गयी हो। धनतेरस पर लोहे से बनी चीजें भी नहीं खरीदना चाहिए।