30 C
Mumbai
Thursday, September 14, 2023
होमधर्म संस्कृतिवैशाली महोत्सव में प्रसिद्ध लेखक प्रियदर्शी दत्ता की पुस्तक का होगा विमोचन 

वैशाली महोत्सव में प्रसिद्ध लेखक प्रियदर्शी दत्ता की पुस्तक का होगा विमोचन 

बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय में 15 सितंबर को आईसीसीआर द्वारा किया जाएगा कार्यक्रम 

Google News Follow

Related

बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय में 15 सितंबर को लोकतंत्र का महापर्व वैशाली कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के द्वारा किया हां रहा है। इस कार्यक्रम में लोकतांत्रिक परम्पराओं का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा इस मौके पर लोकतंत्र की संस्कृति और लोकतंत्र के कार्यान्वयन पर दो सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा। वहीं, प्रसिद्ध लेखक प्रियदर्शी दत्ता की पुस्तक “इंडिया: द मेनस्प्रिंग ऑफ़ डेमोक्रेटिक ट्रेडिशन्स” का विमोचन किया जाएगा।

15 सितंबर को आयोजित होने वाले वैशाली महोत्सव का नाम दिए जाने बड़ा कारण है। वैशाली उत्सव का नाम दिए जाने की वजह वैशाली का इतिहास है। वैशाली छठवीं शताब्दी का प्राचीन शहर था और यहां लोकतंत्र विकसित हुआ था। इसलिए उत्सव का नाम “वैशाली उत्सव” रखा गया है। बिहार में लोकतंत्र के जन्म का इतिहास रहा है। इस लिए वैशाली महोत्सव का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है। वैशाली नगरी से लोकतंत्र का जन्म हुआ है इसलिए  उसके महत्व के समझाने और याद दिलाने  के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

गौरतलब है कि हाल ही में नई दिल्ली में जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान भारत: लोकतंत्र की जननी नामक शीर्षक से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। इस प्रदर्शनी का आयोजन केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा भारत मंडपम में किया गया था। जहां पर भारत में लोकतांत्रिक सिद्धांतों की जानकारियों को प्रस्तुत किया गया। अब उसी पृष्ठभूमि में “वैशाली महोत्सव” का आयोजन किया जा रहा है। यहां भी भारत के गौरवशाली लोकतांत्रिक सिद्धांतों की जानकारी दी जाएगी।

इस कार्यक्रम में  बिहार के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर,असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ,संस्कृति मंत्री मीनाक्षी लेखी और कुछ देशों के राजदूत भी इस महोत्सव में प्रमुख अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। वहीं इस महोत्सव के बारे में बात करते हुए एक अधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के जरिये लोकतंत्र के सिद्धांतों पर चर्चा की जाएगी साथ अतीत और वर्तमान  के बीच बने अंतर को कम करने का प्रयास किया जाएगा।
ये भी पढ़ें  

क्या मोदी सरकार रद्द किये गये कृषि कानूनों को वापस लाएगी? भाजपा नेता का बड़ा दावा!

नए लुक में नजर आएंगे नई संसद के कर्मचारी, मणिपुरी पगड़ी और बहुत कुछ   

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

के रूप में लॉग इन किया Ghanshyam Rai. लोग आउट?


The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.
कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!

हमें फॉलो करें

99,004फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
99,900सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें