उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक मुस्लिम परिवार के 10 सदस्यों ने हिंदू धर्म अपना लिया। गुरुवार (3 अप्रैल) को बागरा स्थित योग साधना यशवीर आश्रम में स्वामी यशवीर महाराज ने हवन-यज्ञ कर इन लोगों को शुद्ध किया। इस परिवार ने 50 साल पहले इस्लाम धर्म अपना लिया था। अब उन्होंने कहा है कि यह गलती थी, अब हमें अपने पूर्वजों के सनातन धर्म की ओर लौटना होगा।
आश्रम के मुख्य पुजारी स्वामी यशवीर महाराज और आचार्य मृगेंद्र ब्रह्मचारी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुद्धिकरण यज्ञ कराया। सभी परिवारजनों ने घी व साहित्य का प्रसाद चढ़ाया। इस दौरान परिवार के सभी 10 सदस्यों ने अपने इस्लामी नाम त्यागकर हिन्दू नाम अपना लिये। परिवार की मुखिया फेमिदा अब राजकुमारी बन गईं, उनका बेटा दिलजान बृजेश कश्यप बन गया और उसकी पत्नी महक कविता बन गईं। फेमिडा के पोते-पोतियों के नाम भी बदल दिए गए।
सनातन धर्म स्वीकार करने के बाद फेमिदा ने कहा, “अब मेरा नाम राजकुमारी है। मैंने 50 साल पहले एक गलती की थी। अब मैं अपने धर्म में वापस आ गई हूं। मैं बहुत खुश हूं। मैंने ईद के बाद अपने धर्म में वापस लौटने का संकल्प लिया था। अब यह पूरा हो गया है।”
आश्रम के मुख्य पुजारी स्वामी यशवीर महाराज ने कहा, “शुद्धि यज्ञ के माध्यम से मुस्लिम परिवार सनातन धर्म में वापस आ गया है। वे कश्यप जाति से हैं। स्वामी यशवीर महाराज ने कहा,, “भारत में रहने वाले सभी मुसलमान पहले हिंदू थे। उनके पूर्वजों को इस्लामी शासन के तहत प्रताड़ित किया गया था। कई लोगों ने लालच के कारण सनातन धर्म छोड़ दिया। किसी ने खुशी से या इसकी शिक्षाओं से प्रभावित होकर इस्लाम नहीं अपनाया। हम सभी धर्मांतरित मुसलमानों से अपील करते हैं कि वे अपने पूर्वजों की गलतियों को सुधारें। सभी को सनातन धर्म में वापस आना चाहिए। लाखों-करोड़ों मुसलमानों ने इस्लाम छोड़ दिया है। हम उन मुसलमानों का स्वागत करते हैं जो हिंदू धर्म अपनाना चाहते हैं।”
यह भी पढ़ें:
बोकारो में विस्थापितों की आंदोलन में हिंसा, युवक की मौत के बाद सुलगाया शहर !
संसद का बजट सत्र 2025 ऐतिहासिक: बिना व्यवधान के चली कुल 17 घंटे लंबी बहस!
एलओसी पर तनाव बढ़ने से हीरानगर के ग्रामीणों में दहशत, फसलें बर्बाद होने का डर