महाराष्ट्र में विदर्भ के तीन जिलों में 10 महीनों में 13 लोगों की जान लेने वाले बाघ को वन विभाग के कर्मियों ने गडचिरोली से बृहस्पतिवार को पकड़ लिया। एक अधिकारी ने बताया कि ‘सीटी-1’ नामक बाघ गडचिरोली के वडसा वन रेंज में घूम रहा था और वह लोगों के जीवन के लिए खतरा बन गया था।
अधिकारी ने कहा, “ बाघ 13 लोगों की जान ले चुका है। उसने पिछले साल दिसंबर से वडसा में छह लोगों को, भंडारा जिले में चार लोगों को और चंद्रपुर जिले के ब्रह्मपुरी वन रेंज में तीन लोगों को मार दिया था।” उन्होंने बताया कि नागपुर के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) ने चार अक्टूबर को एक बैठक में इस बाघ को पकड़ने के निर्देश दिए थे।
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद तडोबा बाघ बचाव टीम, चंद्रपुर की त्वारित प्रतिक्रिया टीम, नवेगांव-नागझिरा और अन्य इकाइयों ने बाघ को पकड़ने के लिए युद्धस्तर पर काम किया। उन्होंने बताया कि इसके बाद बाघ वडसा वन रेंज में दिखा और उसे बेहोश कर बृहस्पतिवार सुबह पकड़ लिया गया। इस बाघ को पुनर्वास के लिये यहां से करीब 183 किलोमीटर दूर नागपुर में गोरेवाडा बचाव केंद्र में भेजा गया है।
ये भी पढ़ें