वैश्विक घटनाक्रम के चलते पिछले कुछ दिनों से रुपये में लगातार गिरावट आ रही है। पिछले महीने के आखिरी हफ्ते में रुपये की कीमत में 83 पैसे तक की गिरावट आई थी| यह पिछले सात महीने में सबसे बड़ी गिरावट है। पिछले कुछ दिनों से रुपये में लगातार गिरावट आ रही है, इस पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रतिक्रिया दी है|
उन्होंने कहा कि रुपया कमजोर नहीं हो रहा है बल्कि डॉलर मजबूत हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक रुपये की गिरावट को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है| निर्मला सीतारमण इन दिनों अमेरिकी दौरे पर हैं। वह अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रही थीं।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में रुपये के सामने भविष्य में क्या चुनौतियां हैं? साथ ही, इन चुनौतियों का सामना करने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं? ऐसा सवाल सीतारमण से पूछा गया था। इस सवाल का जवाब देते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि रुपये का अवमूल्यन नहीं हो रहा है, जबकि डॉलर लगातार मजबूत स्थिति में पहुंच रहा है। भारतीय मुद्रा ने अन्य मुद्राओं की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है। भारतीय रिजर्व बैंक अस्थिरता से निपटने की कोशिश कर रहा है|
मौजूदा समय में डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे बढ़कर 82.32 रुपये पर पहुंच गया| गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 82.24 पर था| ऐसे में निर्मला सीतारमण ने कहा है कि रुपये का अवमूल्यन नहीं हो रहा है बल्कि डॉलर मजबूत स्थिति में पहुंच रहा है|
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