माफिया अतीक अहमद और अशरफ शनिवार रात हत्या के बाद रविवार को दोनों भाइयों के शव को प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफना दिया गया। इस दौरान बाल सुरक्षा गृह से लाये गए दोनों बेटे और उसकी दोनों बेटियां भी मौके पर मौजूद थी। गौरतलब है कि अतीक और अशरफ पर हमला करने वाले हमलावर पत्रकार बन कर आये थे। ताकि किसी को कोई शक ना हो।
अतीक अहमद और अशरफ के शव का पोस्टमार्टम रविवार को होने के बाद देर शाम कसारी मसारी कब्रिस्तान में दोनों माफिया भाइयों को सुपर्द -ए -ख़ाक कर दिया। माफिया भाइयों को असद के पास ही दफनाया गया। वहीं, इस हत्या के बाद उपजे विवाद के किसी भी अनहोनी से बचने के लिए प्रयागराज सहित कई संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लागू की गई है। इसके अलावा प्रयागराज में दो दिन से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।18 अप्रैल ताल लागू रहेगी।
वहीं पोस्टमार्टम में बताया गया है कि अतीक अहमद को आठ गोलियां लगी थी। जबकि सिर, गर्दन और कमर पर जख्म पाए गए। वहीं अशरफ के गर्दन, पीठ, कलाई और कमर में गोली मारी गई थी। उसके शरीर से तीन गोलियां बरामद की गई। जबकि दो गोलियां आरपार हो गई। जबकि हमलावरों से 17 घंटे पूछताछ की गई। तीनों हमलावरों को प्रयागराज की जिला मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
वहीं, अतीक के जनाजे में दो नाबालिग बेटे अहजाम और अबान मौजूद थे। वहीं, अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पहुंच गया है। वकील विशाल तिवारी ने कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए मांग की है कि 2017 लेकर अब तक जितने भी एनकाउंटर हुए हैं उसकी विशेषज्ञों से जांच कराई जाए। वहीं,दूसरी तरह यूपी एसटीएफ ने गुड्डू मुस्लिम की तलाश तेज कर दी है।
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