24 C
Mumbai
Sunday, November 24, 2024
होमन्यूज़ अपडेटक्या सुप्रिया सुले संभाल सकती हैं? पिता शरद पवार की जिम्मेदारी !

क्या सुप्रिया सुले संभाल सकती हैं? पिता शरद पवार की जिम्मेदारी !

शरद पवार के एनसीपी के मुखिया का पद छोड़ने के ऐलान के बीच अब इस बात पर चर्चाएं तेज हो गई हैं कि अगला अध्यक्ष कौन हो सकता है? पवार की बेटी सुप्रिया सुले और उनके भतीजे अजित पवार में से किसी एक के पार्टी प्रमुख का पद संभालने की संभावना है।

Google News Follow

Related

नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार (2 मई, 2023) को पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान किया। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव भी नहीं लड़ने का फैसला किया है। उनके इस ऐलान का एनसीपी कार्यकर्ता जमकर विरोध कर रहे हैं। शरद पवार के एनसीपी के मुखिया का पद छोड़ने के ऐलान के बीच अब इस बात पर चर्चाएं तेज हो गई हैं कि अगला अध्यक्ष कौन हो सकता है? पवार की बेटी सुप्रिया सुले और उनके भतीजे अजित पवार में से किसी एक के पार्टी प्रमुख का पद संभालने की संभावना है।

शरद पवार के बाद क्या सुप्रिया सुले को मिलेगी कमान?: राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि शरद पवार की बेटी और बारामती से तीन बार सांसद रहीं सुप्रिया सुले अभी या बाद में एनसीपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल सकती हैं। राज्य की राजनीति के बजाय राष्ट्रीय राजनीति की ओर सुले का झुकाव साफ दिखता है। पिछले कुछ सालों में पार्टी में उनके उत्थान को एक पिता द्वारा अपनी बेटी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के लिए तैयार करने के रूप में देखा गया है।

पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के हिस्से के रूप में सुप्रिया सुले प्रमुख निर्णयों में शामिल होती है। वह कम समय में कई जिलों में यात्रा करती हैं और पार्टी के सभी कार्यक्रमों में भाग लेती हैं। वह केंद्र सरकार और शिंदे-फडणवीस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की निंदा करती हैं।

एनसीपी में मिल सकती है बड़ी भूमिका: शरद पवार ने 2020 में में ही संकेत दिया था कि वह भविष्य में पार्टी में एक बड़ी भूमिका के लिए तैयार हैं। पवार ने कहा था, “सुप्रिया राष्ट्रीय राजनीति और संसद में काम करने में अधिक रुचि रखती हैं। उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद के पुरस्कार से भी नवाजा गया था। सबकी अपनी रुचि का क्षेत्र है, वह भी करती है।”

वहीं, एनसीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “पवार साहब सुप्रिया सुले और अजित पवार की भूमिकाएं साफ करना चाहते हैं। भविष्य में पार्टी में किसी भी तरह के टकराव से बचने के लिए ऐसा करने का यह सही समय हो सकता है।” पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा, “यह सुप्रिया ताई थीं जिन्होंने 2017 में केंद्र में भाजपा सरकार के साथ हाथ मिलाने के विचार का विरोध किया था, जब कोर कमेटी की बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा हुई थी। एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा इसके लिए जोर देने के बावजूद वह अपनी बात पर अड़ी रहीं।
सुप्रिया सुले ने 2006 में रखा सक्रिय राजनीति में कदम​: सुप्रिया सुले सितंबर 2006 में राज्यसभा सांसद के रूप में सक्रिय राजनीति में सामने आयीं थीं। 2009 में उन्होंने बारामती लोकसभा क्षेत्र को संभाला, जिसका प्रतिनिधित्व तब तक पवार करते थे। उन्होंने युवाओं से जुड़ने और राज्य भर में एक नेटवर्क बनाने के लिए युवा महिलाओं की एक शाखा राष्ट्रवादी युवती कांग्रेस का भी गठन किया है।
यह भी पढ़ें-

सुप्रिया या अजित एनसीपी का अगला बॉस कौन?

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,295फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
195,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें