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PM मोदी की तारीफ से विपक्ष के पेट में गुड़गुड़

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दुनिया के सबसे आमिर व्यक्ति एलन मस्क और भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात न्यूयार्क शहर के एक होटल में हुई थी। इस मुलाकात के बाद एलोन मस्क ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को भारत की और भारतवासियों की बहुत परवाह है। और इसलिए पीएम मोदी उन्हें और उनके जैसे दूसरे उद्योगपतियों को भारत में भारत में निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहे है।

इस बयान में एलोन मस्क ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए ये भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भारत के लिए बहुत सारी अच्छी चीजें करना चाहते है। और आज वो सभी को ये बताना चाहते है कि वो खुद भी प्रधानमंत्री मोदी के फैन है। हालांकि मस्क के इस बयान पर पूरी दुनिया में तालियाँ भी बज रही है और बहुत सारे लोगों को निराशा भी हो रही है।

सोचनेवाली बात यह है कि पीएम मोदी से एलन मस्क ने बातें तो बहुत सारी की है निवेश के बारे में, भारत के बारे में, मोदी के बारे में की है। लेकिन उनका बयान जो पूरी दुनिया में गूंज रहा है। जिस बयान का सबसे ज्यादा असर हुआ है। उन्होंने कई मुद्दों पर अच्छी बात कही है लेकिन किसी भी बात पर दुनिया का ध्यान नहीं गया। सबका ध्यान एक बात पर गया कि एलोन मस्क जो दुनिया के सबसे आमिर व्यक्ति है वो कह रहे है कि मैं भी मोदी का फैन हूँ। इसलिए बहुत सारे लोग जो मोदी के समर्थक है। जो भारत के समर्थक है वो तालियाँ बजा रहे है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें ईर्ष्या हो रहे है। कुछ लोग ऐसे भी है जो इस बयान को सुनकर चुप से हो गए है।

एलोन मस्क दुनिया के सबसे आमिर व्यक्ति है जिनकी कुल नेटवर्थ भारतीय रुपयों में 20 लाख करोड़ रुपए है और ये दुनिया के कई देशों की कुल जीडीपी से भी कई ज्यादा है। इसके साथ ही एलोन मस्क टेसला जैसी कंपनी और ट्वीटर के मालिक भी है। दुनिया में जिस कंपनी की सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां बिकती है। वो टेसला कंपनी एलोन मस्क की ही है। एलोन मस्क ट्विटर और स्पेस एक्स जैसे कंपनियों के भी मालिक है। सोचनेवाली बात यह है कि दुनिया का सबसे अमिर व्यक्ति जब ये कहता है कि वो प्रधानमंत्री मोदी का फैन है। तो ये अपने में ही बहुत बड़ी बात है। और एलोन मस्क का यह शब्द आज पूरी दुनिया मे गूंज रहे है लेकिन दूसरी तरफ भारत में विपक्षी दलों के नेताओं को यही शब्द आज काफी चुभ रहे है।

इसलिए आज बड़ा सवाल ये है कि क्या खुद को प्रधानमंत्री मोदी का फैन बताने के बाद एलोन मस्क की ट्विटर कंपनी को लेकर भारत के विपक्षी नेता अब राजनीति करेंगे। वो ट्विटर को बिका हुआ मानने लगेंगे। उसका बहिष्कार करेंगे। हालांकि एलोन मस्क के बयान के बाद अब ये चर्चा शुरू हो गई है। कि ट्विटर तो बिक चुका है। ट्विटर मोदी के आगे झुक गया। और अब ट्विटर की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे है। और अगर ऐसा ही है तो फिर facebook, instagram, और google  के लिए भी यही कहा जाएगा कि ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी अब बिक चुके है। वो इसलिए क्यूंकी facebook और instagram जिस मेटा कंपनी के है। उसके सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने भी ये कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली अद्भुत है। और उनका दुनिया को इंटरनेट से जोड़ने का मिशन उनकी कार्यकुशलता को दिखाता है। यानी वो भी तारीफ कर चुके है। इसी क्रम में google यानी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी पीमए मोदी की तारीफ की थी और कहा था कि वो भी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हो रहे। बदलावों से प्रेरणा लेते है और उससे बहुत कुछ सीखते है।

यानी Twitter, Facebook, Instagram और Google  जो चार सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी है। उनके मालिक और सीईओ प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर रहे है। तो क्या विपक्ष अब इन सबको बिका हुआ मान लेगा। और आज यहाँ बात सिर्फ भारत के विपक्षी नेताओं की नहीं है, उनके समर्थकों की नहीं है। इस वैश्विक राजनीति के खेल में जो टीम प्रधानमंत्री मोदी को आउट करने के लिए लगातार कोशिश कर रही हैं, उसमें भारत की विपक्षी टीम के अलावा, पाकिस्तान की लॉबी, अमेरिका में सक्रिय चीन की लॉबी है। और अमेरिका के वो 75 सेनेटरस भी है जो इस टीम में शामिल है। जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की इस राजकीय यात्रा का विरोध करते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन को एक चिट्ठी लिखी है। और उसमें कहा है कि जब व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात या बात होगी तब जो बाइडेन को प्रधानमंत्री मोदी से भारत में धार्मिक असहनशीलता, अभिव्यक्ति और प्रेस की कम स्वतंत्रता, राजनीतिक अंकुश, मावधिकारों का उल्लंघन और इंटरनेट पर बढ़ते प्रतिबंधो पर कड़े सवाल पूछने चाहिए।

ये वो टीम है जो प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ इस समय काम कर रही है। इस टीम में ट्विटर के पूर्व सीईओ जेक डॉर्सी भी है। जिन्होंने हाल ही में भारत के खिलाफ ये झूठ बोला कि भारत सरकार ने किसान आंदोलन के दौरान ट्विटर को बंद करने की धमकी दी थी। लेकिन जब न्यूयार्क में ट्विटर के मालिक एलोन मस्क से जेक डॉर्सी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि कोई भी कंपनी किसी भी देश के कानून से बड़ी नहीं हो सकती। और इसलिए कंपनियों को उस देश के कानून का पालन करना बहुत आवश्यक है।

हालांकि अब सवाल यह है कि क्या एलोन मस्क किसी खास मकसद से पीमए मोदी की वाहवाही कर रहे है। तो इस सवाल का जवाब लोगों को पता होनी चाहिए। दरअसल एलोन मस्क जिस टेसला कंपनी के मालिक है वो कंपनी दुनिया में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की विक्री करनेवाली सबसे बड़ी कंपनी है। और दुनिया के सभी 40 बड़े देशों के बाजारों में इस कंपनी की इलेक्ट्रिक कार उपलब्ध है, लेकिन जिस भारत में गाड़ियों का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। पूरी दुनिया में, उस बाजार में टेसला की गाड़ियां अब तक प्रवेश नहीं कर पाई है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि टेसला की गाड़ियों का उत्पादन चीन में होता है। और अगर एलोन मस्क चीन में बनी अपनी गाड़ियों को भारत के बाजार में बेचना चाहते है तो इसके लिए उन्हें 60 से 100 प्रतिशत तक इम्पोर्ट ड्यूटी देनी होगी। जिससे उनकी सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार भी भारत में कम से कम 70 से 80 लाख रुपए की हो जाएगी। और इसलिए एलोन मस्क इस इम्पोर्ट ड्यूटी में भारत से कुछ डिस्काउंट चाहते है। लेकिन भारत चाहता है कि अगर एलोन मस्क को अपनी गाड़ियां यहाँ सस्ते दाम पर बेचनी है तो उन्हें भारत में ही अपनी इस इलेक्ट्रिक कार का निर्माण करना होगा। भारत सरकार कह चुकी है। कि अगर आप चाहते है कि सस्ते दामों पर यहाँ अपनी गाड़ियां बेचे तो फैक्ट्री भारत में लगाइए। भारत के लोगों को रोजगार दीजिए। जब ये गाड़ी भारत में बनेगी तभी ये यहाँ सस्ते दाम पर बिक सकती है।

वहीं अमेरिका में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद एलोन मस्क से जब इस पर सवाल पूछा गया तब उन्होंने यही कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि टेसला की गाड़ियां बहुत जल्द भारत के बाजार में आ जाएगी। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि पीएम मोदी ने उन्हें भारत आने के लिए आमंत्रित किया है। और वो अगले साल भारत के दौरे पर आएंगे।
वहीं पीएम मोदी अमेरिका के राजकीय यात्रा पर गए और जब वह अमेरिका में पहुंचे इस दौरान उनके स्वागत के लिए न्यूयार्क की सड़कों पर कैसे भीड़ इकट्ठा हुई। इसे देख कर अमेरिका के बहुत सारे बड़े नेता खुद भी अचंभित है। वर्तमान समय में पीएम मोदी को लेकर दो तरह की विचारधारा वाले लोग बन चुके है। एक वह लोग है जो पीएम मोदी के फैन है। भारत के समर्थक है। राष्ट्रवादी है। और दूसरे वह लोग जो मोदी की वजह से बहुत बैचेन है।

जैसे एलोन मस्क खुद को अब प्रधानमंत्री मोदी का फैन बता रहे है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज पीएम मोदी को बॉस कहते है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन मोदी से उनका ऑटोग्राफ मांगते है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा मोदी को रिफॉर्मर इन चीफ कहकर पुकारते है। ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस डी जॉनसन मोदी को अपना खास दोस्त कहते है। इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी मोदी को ग्लोबल लीडर बताती है। रसिया के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री मोदी को महान देशभक्त कहते है। इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री नफ़ताली बेनेट प्रधानमंत्री मोदी को इजराइल में उनकी पार्टी जॉइन करने का न्योता देते है। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन पीएम मोदी को एक हीरो बताते है। वहीं अभी हाल ही में पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारेप पीएम मोदी के पैर छू रहे थे। इसके अलावा पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी अपने देश में पीएम मोदी को कट्टर ईमानदार बताते है।

लेकिन दूसरी तरफ भारत में ही पीएम मोदी को विपक्ष के नेता मौत का सौदागर कहते है। जहरीला सांप कहते है। हिटलर कहते है। चायवाला, अनपड़, चौकीदार चोर कहते है। इससे इन दोनों विचारधाराओं के बीच जो फर्क है आप उसे स्पष्ट रूप से समझ सकते है। सिर्फ भारत में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में इस तरह के विचारधारा वाले लोग काम कर रहे है। और आज पीएम मोदी की इस अमेरिका यात्रा के दौरान भी दोनों विचारधाराओं के लोग काफी सक्रिय हो गए और काम कर रहे है। एक वो जिसमें दुनिया के बड़े-बड़े सफल नेता, उद्योगपति, खिलाड़ी, अलग-अलग देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पीएम मोदी के बारे में अच्छी बात कर रहे है उनकी प्रशंसा कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ वो लोग है जो मोदी को किसी भी चीज का श्रेय देना नहीं चाहते है।

हालांकि पीएम मोदी का विश्व स्तर पर सम्मान यह भारत देश के लिए गर्व की बात होनी चाहिए। वरना कई लोग है जो कुछ चुनिंदा वोट बैंक के लिए विदेशों में जाकर भारत की बुराई करते है। पीएम मोदी की बुराई करते है। इस तरह की मानसिकता वालों से भारतवासी भी परिचित है। पीएम मोदी ने विश्व स्तर पर भारत देश की जो छवि पेश की है इसके पहले ये मुमकिन नहीं हो पाया। पीएम मोदी की तारीफ अर्थात भारत देश की तारीफ होना है। हालांकि जिन्हें विरोध करना है वो उनका पेशा बन गया है। जिसे सुधार पाना मुश्किल है। हालांकि पीएम मोदी इन विरोधियों पर आयें दिन अपने कामयाबी से तमाचा जड़ते रहे है। और अपने भारत देश को लेकर अलग अलग उपलब्धियां प्राप्त करते रहते है।

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