शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने सनसनीखेज बयान दिया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुठभेड़ में मारे जाने वाले हैं| गायकवाड़ ने यह भी कहा है कि मैं यह गुप्त विस्फोट जिम्मेदारी से कर रहा हूं| संजय गायकवाड़ के बयान के बाद राजनीतिक हलके में हलचल मच गई है| साथ ही एकनाथ शिंदे का एनकाउंटर करने में कौन शामिल था? गायकवाड़ ने इस बारे में एक सांकेतिक बयान भी दिया है|
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की हत्या की साजिश का पर्दाफाश करते हुए विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा, ”एकनाथ शिंदे को और कुछ नहीं दिया जाने वाला था, उन्हें मौत दी जाने वाली थी| उनकी मुलाकात नक्सलियों से होनी थी| नक्सलियों को सौंपकर मुख्यमंत्री की हत्या कराने का उनका सपना टूट गया है|मैं यह खुलासा पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रहा हूं।”
एकनाथ शिंदे के साथ कथित मुठभेड़ के पीछे की सटीक पृष्ठभूमि क्या है? यह सवाल पूछे जाने पर संजय गायकवाड़ ने आगे कहा, ”एकनाथ शिंदे जब गढ़चिरौली के संरक्षक मंत्री थे तो उन्हें नक्सलियों ने धमकी दी थी| इस धमकी के बाद राज्य सरकार ने एकनाथ शिंदे को जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया|
इस सुरक्षा को मुहैया कराने के लिए तत्कालीन गृह मंत्री शंभूराज देसाई के घर पर एक बैठक हुई थी| उस वक्त मातोश्री (उद्धव ठाकरे का आवास) से फोन आया और कहा गया कि एकनाथ शिंदे को जेड प्लस सुरक्षा न दी जाए| इसका अर्थ क्या है? आप उन्हें मारने निकले थे|वे चाहते थे कि नक्सली उन्हें मार डालें| इसलिए उन्होंने एकनाथ शिंदे को सुरक्षा देने से इनकार कर दिया।”
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