उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के ट्रस्टी यति नरसिम्हा आनंद सरस्वती ने मुस्लिम समुदाय और पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। उनके इस बयान से देश में कई जगहों पर हिंसा की घटनाएं भी हुईं|इस बीच गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए यति नरसिंह आनंद सरस्वती को हिरासत में लिया है|
केस दर्ज होने के दो दिन बाद हुई कार्रवाई: इंडियन एक्सप्रेस ने पुलिस के हवाले से यह खबर दी है| इस रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने यति नरसिम्हा आनंद सरस्वती और उनके एक सहयोगी को हिरासत में लिया है| हालांकि, इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है| इसके चलते तरह-तरह की चर्चाएं भी छिड़ गई हैं| इस बीच, मुस्लिम समुदाय और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के बाद शुक्रवार को यति नरसिम्हा आनंद सरस्वती के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। दो दिन बाद गाजियाबाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है|
अमरावती में भी हुई प्रतिक्रिया: यति नरसिम्हा आनंद सरस्वती के बयान के बाद देशभर में हिंसक घटनाएं हुईं| इसका असर अमरावती में भी पड़ा| शुक्रवार को भीड़ अमरावती के नागपुरी गेट पुलिस स्टेशन में घुस गई और मांग की कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए|पुलिस से बातचीत के दौरान ही भीड़ में से कुछ लोग अचानक बाहर आ गए और पथराव शुरू कर दिया|इससे तनाव की स्थिति पैदा हो गयी|भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े|
पहले दिया था आपत्तिजनक बयान: खास बात यह है कि यह पहली बार नहीं है कि यति नरसिम्हा आनंद सरस्वती ने आपत्तिजनक बयान दिया हो और कार्रवाई हुई हो| इससे पहले 2021 में उन्होंने हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में मुस्लिम समुदाय के बारे में इसी तरह का आपत्तिजनक बयान दिया था।
इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया|जमानत पर बाहर आने के बाद अप्रैल 2022 में उन्होंने एक और आपत्तिजनक बयान दिया। वहीं, शुक्रवार को दिए गए बयान के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 299, धारा 302 और धारा 197 के तहत मामला दर्ज किया है|
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