24 C
Mumbai
Sunday, December 28, 2025
होमक्राईमनामाआतंकवाद पर कबूलनामा: पाकिस्तान का 'गंदा काम' अब दुनिया के सामने

आतंकवाद पर कबूलनामा: पाकिस्तान का ‘गंदा काम’ अब दुनिया के सामने

जब लश्कर-ए-तैयबा और द रेजिस्टेंस फ्रंट की बात आई—जिन्होंने पहलगाम में हमले की ज़िम्मेदारी ली है—तो ख्वाजा आसिफ ने बचकाना जवाब देकर और भी लज्जा पैदा कर दी

Google News Follow

Related

कभी दुनिया भर में मासूमियत का मुखौटा पहनने वाला पाकिस्तान, अब खुद ही अपने झूठ की चादर तार-तार करने लगा है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने जहां भारत को भीतर तक झकझोरा, वहीं पाकिस्तान की सच्चाई भी खुद उसके रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की ज़ुबानी बाहर आ गई। ब्रिटिश मीडिया स्काई न्यूज़ की पत्रकार यलदा हकीम से बातचीत में जब आसिफ से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान ने आतंकियों को पनाह, ट्रेनिंग और पैसा मुहैया कराया है, तो उनका जवाब था—“हां, हम पिछले तीन दशकों से अमेरिका और पश्चिम, जिसमें ब्रिटेन भी शामिल है, इनके लिए यह गंदा काम करते आ रहे हैं।”

ये कबूलनामा केवल पाकिस्तान की नीयत का पर्दाफाश नहीं करता, बल्कि भारत की उस स्थायी चेतावनी को भी वैश्विक पुष्टि देता है, जिसमें वो लगातार कहता रहा है कि पाकिस्तान की सरकारें आतंकवाद की पोषक हैं। लेकिन इस बार दिलचस्प बात ये है कि पाकिस्तान इस ‘गंदे काम’ का ठीकरा अमेरिका और पश्चिमी देशों पर फोड़ने की कोशिश कर रहा है। रक्षा मंत्री कहते हैं कि “हमने तीन दशक तक अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए आतंकी संगठनों को पाला, उन्हें ट्रेन किया, क्योंकि यह यूएसएसआर के खिलाफ उनकी रणनीति का हिस्सा था।”

सवाल ये उठता है कि क्या कोई देश अपनी ज़मीन पर पलने वाले आतंकियों की जिम्मेदारी से सिर्फ इसलिए बच सकता है क्योंकि उसने वो काम किसी और की ‘रणनीति’ के तहत किया था? और क्या इस रणनीति का भुगतान वो अरबों डॉलर नहीं थे जो पाकिस्तान के नेताओं और जनरलों की तिजोरियों में जाते रहे?

इस शर्मनाक कबूलनामे के बाद पाकिस्तान में भी उबाल है। सोशल मीडिया पर लोग ख्वाजा आसिफ को ‘जोकर’ और ‘भारत का प्रवक्ता’ कहकर कोस रहे हैं। एक यूजर ने एक्स पर लिखा—“क्या वो भारत का पक्ष ले रहे हैं या पाकिस्तान के रक्षा मंत्री बनकर पाकिस्तान का बचाव करने आए हैं?” स्पष्ट है कि पाकिस्तान की जनता भी जानती है कि इस बयान ने उनके देश की अंतरराष्ट्रीय साख को और गर्त में धकेल दिया है।

जब लश्कर-ए-तैयबा और द रेजिस्टेंस फ्रंट की बात आई—जिन्होंने पहलगाम में हमले की ज़िम्मेदारी ली है—तो ख्वाजा आसिफ ने बचकाना जवाब देकर और भी लज्जा पैदा कर दी। उन्होंने कहा कि “लश्कर एक पुराना नाम है, इसका कोई अस्तित्व नहीं है।” ये बयान तब आया जब लश्कर का सरगना हाफिज सईद आज भी पाकिस्तान में शान से रह रहा है। जब पत्रकार ने उन्हें द रेजिस्टेंस फ्रंट और लश्कर के रिश्ते की याद दिलाई, तो आसिफ ने उसे ही झूठ करार दे दिया।

दरअसल, पाकिस्तान अब उस मोड़ पर खड़ा है जहां उसके झूठ भी खुद को नहीं बचा पा रहे। दुनिया अब न केवल भारत की बातों को गंभीरता से ले रही है, बल्कि पाकिस्तान के अपने नेता भी भारत की बातों की तस्दीक कर रहे हैं। ख्वाजा आसिफ का यह बयान पाकिस्तान की आतंकी नीति का दस्तावेज़ी प्रमाण बन गया है—जिसे अब झुठलाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।

यह भी पढ़ें:

महाराष्ट्र सरकार का रेस्क्यू मिशन: 500 से ज़्यादा पर्यटक सुरक्षित लौटे, तीसरी विशेष उड़ान आज

मेधा पाटकर गैर-जमानती वारंट पर गिरफ्तार !

क्या पाकिस्तानी हिंदुओं को भी वापस भेजेगी सरकार? विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब!

National Stock Exchange

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Star Housing Finance Limited

हमें फॉलो करें

151,565फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
285,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें