बिहार की राजधानी पटना में हुए व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए जांच का दायरा और गहराया है। पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने रविवार (6 जुलाई) को मीडिया से बातचीत में दावा किया कि “अगले एक-दो दिनों में इस हत्याकांड की पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी।”
डीजीपी ने बताया कि पटना और वैशाली जिलों में शुक्रवार देर रात से ही पुलिस की कई टीमें अलग-अलग ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही हैं। अब तक दर्जन भर से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि, “गोपाल खेमका पर गोली चलाने वाले हमलावर को न सिर्फ घटनास्थल बल्कि शहर के अन्य हिस्सों में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी ट्रैक किया गया है। हमलावर की मोटरसाइकिल की पहचान हो चुकी है, लेकिन हेलमेट पहनने के कारण चेहरा साफ नहीं दिख पाया।” डीजीपी ने आश्वासन दिया, “एक-दो दिनों में इस हत्याकांड की पूरी कहानी सामने आ जाएगी।”
उन्होंने बताया कि विशेष कार्य बल (STF) की टीम इस मामले की जांच कर रही है। डीजीपी ने आगे कहा, “यह बेहद दुखद घटना है… हमें उम्मीद है कि जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा। इससे पहले 2018 में हाजीपुर औद्योगिक थाना क्षेत्र में उनके बेटे की भी हत्या हुई थी और उस केस में भी हमने चार्जशीट दाखिल कर आरोपियों को सजा दिलाई थी।”
इस हत्याकांड से कारोबारी जगत में आक्रोश है। शुक्रवार देर रात पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित रामगुलाम चौक के पास बदमाशों ने खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है।
मृतक के भाई शंकर खेमका ने भी आईएएनएस से बातचीत में बताया कि उनके भाई की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने कहा, “हमें नहीं लगता कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी थी। वह हर रोज सुबह 10 बजे अपने ऑफिस जाते थे और नियमित रूप से अपने काम में व्यस्त रहते थे।” बिहार पुलिस की कोशिशों पर अब सबकी निगाहें टिकी हैं, जबकि खेमका परिवार और व्यवसायी समुदाय को न्याय की उम्मीद है।
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