कर्नाटक के भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ता प्रवीन नेत्तारु की 2022 में हुई नृशंस हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी कामयाबी मिली है। एनआईए ने मुख्य फरार आरोपी अब्दुल रहमान को शुक्रवार (5 जुलाई)को केरल के कन्नूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। वह पिछले दो वर्षों से फरार था और कतर से लौटते ही गिरफ्तार किया गया।
एनआईए के अनुसार, अब्दुल रहमान हत्या के बाद से बेनाम ठिकानों पर छिपा हुआ था और हत्या में शामिल आरोपियों को जानबूझकर पनाह दी थी। इस साजिश को प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के निर्देश पर अंजाम दिया गया था। जब मुख्य हमलावरों की गिरफ्तारी हुई, तब वह कतर भाग गया था।
एनआईए ने अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी पर ₹4 लाख का इनाम घोषित किया था। वह उन छह प्रमुख आरोपियों में शामिल था जिनकी तलाश एनआईए को लंबे समय से थी। इस वर्ष अप्रैल में एनआईए ने रहमान सहित चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। अब तक इस हत्याकांड में कुल 28 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
क्या है मामला?
26 जुलाई 2022 को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ ज़िले के बेल्लारे गांव में भाजपा कार्यकर्ता प्रवीन नेत्तारु की हत्या तेज धार वाले हथियारों से कर दी गई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया था कि हत्या का मकसद दहशत और सांप्रदायिक तनाव फैलाना था और इसमें PFI के सक्रिय कार्यकर्ताओं की संलिप्तता पाई गई थी।
एनआईए ने यह मामला 4 अगस्त 2022 को फिर से दर्ज किया और अब तक लगातार जांच और गिरफ्तारी अभियान चला रही है। बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। प्रवीन नेत्तारु की हत्या ने उस समय पूरे दक्षिण कर्नाटक में भारी तनाव और आक्रोश पैदा किया था। अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी को जांच एजेंसी के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, जो मामले को अपने निर्णायक चरण की ओर ले जा सकती है।
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