श्रीनगर, गांदरबल और हंदवाड़ा में राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने आतंकवादी साजिश के संदर्भ में शनिवार (17 मई)को कई स्थानों पर छापे मारे। यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है जब हाल ही में पुलिस और सेना की संयुक्त कार्रवाई में 6 आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया था।
एसआईए के छापे श्रीनगर, गांदरबल और हंदवाड़ा क्षेत्रों में किए गए। पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से पाकिस्तानी आतंकवादी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक और दोनों देशों के बीच हवाई हमलों के बाद सीजफायर के बीच सेना काफी सतर्क हो गई है। आतंकवादियों के सहयोगियों और ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
शनिवार को आयोजित संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना और पुलिस के उच्च अधिकारियों ने हाल की सुरक्षा कार्रवाइयों का ब्यौरा दिया। कश्मीर के आईजीपी वीके बिरदी ने बताया कि “कश्मीर घाटी में बढ़ती आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर यहां तैनात सभी सुरक्षाबलों ने अपनी रणनीतियों की समीक्षा की। इस समीक्षा के बाद, ऑपरेशनों पर अधिक ध्यान दिया गया। पिछले 48 घंटों में, हमने दो बहुत सफल ऑपरेशन किए हैं। ये 2 ऑपरेशन केरन और त्राल इलाकों में किए गए, जिसके परिणामस्वरूप कुल 6 आतंकवादियों को मार गिराया गया।”
सुरक्षा बलों ने शोपियां में भी आतंकवादियों को मार गिराया, जिसमें एक आतंकवादी उस हत्या और रिसॉर्ट पर हमले में शामिल था, जबकि उसका साथी एक अप्रवासी मजदूर की हत्या में शामिल था।
एसआईए ने रविवार (11 मई) को भी दक्षिण कश्मीर में 20 स्थानों पर छापे मारे थे। इन छापों का लक्ष्य आतंकवादियों के सहयोगी और ओवरग्राउंड वर्कर थे, जो कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित आकाओं के लिए माध्यम के रूप में काम कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, तकनीकी निगरानी में पता चला है कि कई स्लीपर सेल सीमापार आतंकी आकाओं के संपर्क में हैं।
यह स्लीपर सेल व्हाट्सएप, टेलीग्राम और अन्य मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए भारतीय सुरक्षा बलों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों से संबंधित संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी आकाओं तक पहुंचा रहे थे। इस प्रकार सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए सक्रिय रूप से कार्रवाई कर रही हैं।
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