27.8 C
Mumbai
Thursday, July 10, 2025
होमदेश दुनिया25 जून 1983 : वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार विश्वविजेता बनी टीम...

25 जून 1983 : वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार विश्वविजेता बनी टीम इंडिया!

25 जून 1932 को अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली भारतीय टीम ने ठीक 51वां साल बाद विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज को हराकर 1983 का विश्व कप जीता था। 

Google News Follow

Related

क्रिकेट भारत में सबसे ज्यादा खेला और देखा जाने वाला खेल है। भारत का 10 में से 8 युवा अगर खेल में अपना करियर बनाना चाहता है तो उनकी पसंद क्रिकेट है। ऐसी स्थिति 1983 से पहले नहीं थी। 1983 एक ऐसे वर्ष के रूप में आया जिसने भारतीय क्रिकेट को न सिर्फ विश्व पटल पर स्थापित किया, बल्कि इस खेल को देश के हर गांव के बच्चों तक पहुंचा दिया।
25 जून 1932 को अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली भारतीय टीम ने ठीक 51वां साल बाद विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज को हराकर 1983 का विश्व कप जीता था।
वर्तमान में भारतीय क्रिकेट की मजबूत और प्रभावशाली स्थिति में 1983 के फाइनल में मिली उस जीत का अहम योगदान है। सचिन तेंदुलकर जैसे महान क्रिकेटर भी इसी जीत से प्रेरणा लेकर क्रिकेट में आए थे।

भारतीय टीम 1983 में वैश्विक स्तर पर कमजोर टीमों में गिनी जाती थी। विश्व कप में कपिल देव की कप्तानी में भारतीय टीम एक ‘अंडरडॉग’ की तरह गई थी। किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि भारतीय टीम विजेता बनकर उभरेगी। खुद भारतीय टीम को भी नहीं। लेकिन, जिससे अपेक्षा कम होती है, वही इतिहास रचता है।

1983 वनडे विश्व कप में 60 ओवरों का खेला गया था। फाइनल में भारत और वेस्टइंडीज आमने-सामने थे। वेस्टइंडीज पिछले दो विश्व कप जीत चुकी थी, इसलिए भारत के लिए मैच कहीं से भी आसान नहीं था।

वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम 54.4 ओवर में 183 रन पर सिमट गई। सलामी बल्लेबाज के. श्रीकांत ने सबसे ज्यादा 38 रन बनाए थे। संदीप पाटिल ने 27 और मोहिंदर अमरनाथ ने 26 रन बनाए थे। वेस्टइंडीज के लिए एंडी रॉबर्ट्स ने तीन, मैल्कम मार्शल, माइकल होल्डिंग और लैरी गोम्स ने 2-2 विकेट लिए। जोएल गार्नर को एक विकेट मिला था।

184 रन का लक्ष्य वेस्टइंडीज के लिए मुश्किल नहीं था। लेकिन, भारतीय गेंदबाज उस दिन इतिहास रचने के इरादे से उतरे थे। मदन लाल, मोहिंदर अमरनाथ 3-3, बलविंदर संधू के 2 और कपिल देव और रोजर बिन्नी के 1-1 विकेट की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज को 52 ओवर में 140 रन पर समेट दिया। विवियन रिचर्ड्स ने सबसे ज्यादा 33 रन बनाए।

भारतीय टीम की इस करिश्माई और ऐतिहासिक जीत ने भारत में क्रिकेट को पूरी तरह बदल दिया। भारत की यह जीत कभी हार न मानने और किसी भी स्थिति से जीत हासिल करने की प्रेरणा के रूप में अंकित है।

यह भी पढ़ें-

राहुल को फडणवीस का दो टूक जवाब, पूछा- कब तक हवा में तीर?

National Stock Exchange

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

Star Housing Finance Limited

हमें फॉलो करें

98,620फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
256,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें