भारत के अंतरिक्ष मिशन इतिहास में एक और अहम अध्याय जोड़ने वाला एक्सिओम-4 मिशन एक बार फिर टाल दिया गया है। इस मिशन के ज़रिए भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) भेजा जाना है। अब इस मिशन के लिए नई संभावित लॉन्चिंग तारीख 22 जून तय की गई है।
इसरो ने मिशन स्थगन की पुष्टि करते हुए बताया कि पोलैंड, हंगरी और इसरो की टीमों ने एक्सिओम स्पेस, नासा और स्पेसएक्स के साथ मिलकर मिशन की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा की। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए अगली संभावित लॉन्चिंग 22 जून को की जा सकती है।
किन कारणों से टला मिशन?
इस निर्णय के पीछे कई तकनीकी और मानव-संबंधी कारण रहे।
• फाल्कन 9 लॉन्च व्हीकल और ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की फिटनेस
• स्पेस स्टेशन के ‘ज्वेज्दा मॉड्यूल’ में चल रहा मरम्मत कार्य
• मौसम की अनिश्चितताएं
• क्रू की क्वारंटाइन स्थिति और सेहत मूल्यांकन
इन सभी पहलुओं का मूल्यांकन करने के बाद एक्सिओम स्पेस ने मिशन को आगे बढ़ाने का फैसला लिया।
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी सोशल मीडिया पर इस मिशन के स्थगन की पुष्टि की। उन्होंने बताया, “मॉड्यूल फिटनेस, क्रू हेल्थ और मौसम जैसे प्रमुख मानकों का मूल्यांकन करने के बाद एक्सिओम स्पेस ने संकेत दिया है कि अगली संभावित लॉन्चिंग 22 जून को हो सकती है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोई भी आगे की अपडेट समय पर साझा की जाएगी।
गौरतलब है कि यह पांचवीं बार है जब एक्सिओम-4 मिशन को स्थगित किया गया है। इससे पहले डॉ. जितेंद्र सिंह ने ही 19 जून की तारीख की घोषणा की थी।
यह मिशन भारत के लिए ऐतिहासिक माना जा रहा है क्योंकि इसके तहत ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे। इस मिशन में वे विशेष खाद्य एवं पोषण संबंधी प्रयोग करेंगे, जो भविष्य के गहरे अंतरिक्ष अभियानों और अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
अब सभी की निगाहें 22 जून पर टिकी हैं, जब शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरने के लिए तैयार होंगे। देश के वैज्ञानिकों और युवाओं के लिए यह एक प्रेरणादायक क्षण होगा, जब भारतीय अंतरिक्ष यात्री वैश्विक मंच पर भारत की वैज्ञानिक क्षमता का प्रतीक बनेंगे।
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