बांग्लादेश में कोविड-19 संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है और साथ ही वैक्सीन की भारी कमी से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य सेवा निदेशालय (डीजीएचएस) ने शुक्रवार (20 जून) को बताया कि देश में कोविड वैक्सीन की केवल 32 लाख पुरानी खुराकें बची हैं, जो कुछ ही महीनों में खत्म हो जाएंगी। खास बात यह है कि ओमिक्रॉन के नए सब-वैरिएंट्स के लिए अब तक कोई प्रभावी नई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
स्थानीय मीडिया एजेंसी यूएनबी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक महीने में कोविड मामलों में अचानक उछाल आया है। ढाका स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी, डिजीज कंट्रोल एंड रिसर्च (आईईडीसीआर) के आंकड़ों के अनुसार, मई में कुल 1,409 नमूनों में से 134 पॉजिटिव पाए गए, जो 9.51 प्रतिशत संक्रमण दर दर्शाता है—यह दर जनवरी से मई 2023 के बीच सबसे अधिक है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, गुरुवार सुबह तक कोविड-19 के 28 नए मामले सामने आए, जिससे देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 20,51,932 हो गई है। वहीं, 5 जून को कोविड-19 से इस साल की पहली मौत दर्ज की गई। अब तक कुल 29,500 से अधिक लोग बांग्लादेश में इस वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं।
डीजीएचएस की संचारी रोग नियंत्रण इकाई के लाइन डायरेक्टर डॉ. हलीमुर राशिद ने बताया, “हमारे पास अभी 32 लाख खुराकें हैं। लेकिन ये पुरानी वैक्सीन हैं, जो जल्द ही खत्म हो जाएंगी। हम नए वैरिएंट्स के लिए वैक्सीन खरीदने की प्रक्रिया में हैं और इसके लिए एक विशेष वैक्सीन समिति गठित की जाएगी, जो जल्द निर्णय लेगी।”
डॉ. राशिद ने यह भी बताया कि वैक्सीन की कमी के साथ-साथ लोगों में टीका लगवाने की उदासीनता और वैक्सीन से जुड़ी अफवाहें भी एक बड़ी चुनौती हैं। उन्होंने कहा, “लोगों के मन में टीकों को लेकर कई भ्रांतियां हैं, जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। यह स्थिति वैक्सीनेशन ड्राइव के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है।”
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते नए वैरिएंट्स को लेकर तैयारी नहीं की गई तो बांग्लादेश को एक और लहर का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने सरकार से सक्रिय कदम उठाने की अपील की है, जिससे संक्रमण और मृत्यु दर पर नियंत्रण पाया जा सके।
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