मुजफ्फरपुर में दिव्य दरबार लगाने के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री मधुबनी पहुंचे। यहां बाबा का भव्य स्वागत हुआ। शास्त्री मधुबनी के अंधराठाढ़ी प्रखंड के नवटोली पस्तान गांव पहुंचे। उन्हें देखने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
बता दें कि मिथिला रीति-रिवाज के अनुसार, उनका भव्य स्वागत किया गया। लोगों की भीड़ इतनी बढ़ गई कि प्रशासन को इन्हें कंट्रोल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
पंडित धीरेंद्र शास्त्रों ने श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया। इसके बाद उन्होंने शिव मंदिर के पुनर्निर्माण की आधारशिला रखी। इधर, बाबा के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया है।
पं. धीरेंद्र शास्त्री के आगमन पर विशेष रूट की व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से गई है। जानकारी के अनुसार, पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने शिष्य आचार्य लक्ष्मीकांत झा के पुत्र शिवांश के यज्ञोपवीत संस्कार में नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन आज उन्हें आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे हैं।
आचार्य लक्ष्मीकांत झा ने बताया कि फरवरी माह में अपने पुत्र का यज्ञोपवीत संस्कार किया गया था, जिसमें पंडित धीरेंद्र शास्त्री उपस्थित नहीं हो पाए थे। उन्होंने यह भी बताया कि बस स्टैंड नवटोली गांव में शिव मंदिर के पुनर्निर्माण का आधारशिला उनके करकमलों द्वारा संपन्न हुआ।
इससे पहले पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मुजफ्फरपुर में दरबार लगाया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारा दुश्मन देश पाकिस्तान एक तरह से बिगड़ैल औलाद है। वह सुधरना नहीं चाहता, इसलिए हमारी सेना उसे सुधारने में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाक के अंदर घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया है और हम सभी को भारतीय सेना के पराक्रम पर गर्व है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान चीन के मिसाइल पर भरोसा करता है, जबकि भारत के लोग चीन के चार्जर पर भी भरोसा नहीं करते।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमारी बहनों का सुहाग सिंदूर उजाड़ा, तो हमने सिंदूर ऑपरेशन चलाया। अभी तो हमने सिंदूर ऑपरेशन किया है, जबकि हल्दी, मेहंदी और मंगलसूत्र का ऑपरेशन बाकी है।
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