29 C
Mumbai
Saturday, November 23, 2024
होमदेश दुनियाचीन में "रहस्यमय बीमारी" से भारत सतर्क,राज्यों को अस्पताल तैयार रखने की...

चीन में “रहस्यमय बीमारी” से भारत सतर्क,राज्यों को अस्पताल तैयार रखने की सलाह   

चीन में बच्चों में रहस्यमयी निमोनिया तेजी से फ़ैल रही है। जिसको लेकर भारत पूरी तरह से नजर गड़ाए हुए है।  

Google News Follow

Related

चीन में बढ़ती रहस्यमय बीमारी को लेकर भारत सतर्क हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से अस्पतालों की तैयारियों की समीक्षा करने को कहा है। गौरतलब है कि चीन में बच्चों में रहस्यमयी निमोनिया तेजी से फ़ैल रही है। जिसको लेकर भारत पूरी तरह से नजर गड़ाए हुए है। बढ़े पैमाने पर वहां बच्चों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्य और केंद्र शासित राज्य” कोविड-19 के संदर्भ में संशोधित निगरानी रणनीति के परिचालन के लिए दिशा निर्देश लागू करेंगे। सांस संबंधी बीमारी में वृद्धि मुख्य रूप से इन्फलुएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया, SARS COV-2 जैसे सामान्य कारणों से होते है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा चीन की बीमारी पर पूरी तरह नजर बनाया गया है। घबराने की कोई बात नहीं है।

मंत्रालय ने कहा है कि अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का बारीकी से निरीक्षण करें। साथ ही इन्फलुएंजा और सर्दियों के मौसम में सभी को सावधान रहने की सलाह दी गई है।वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन चीन में फ़ैल रही रहस्यमय बीमारी पर कहा है कि साल के अंत में इस तरह की बीमारी का लेबल अधिक है सर्दियों में सांस संबंधी बीमारियों का होना असमान्य नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन कहा है कि लोगों को रिस्क को कम करने के लिए बेसिक सावधानियों पर  ध्यान दें। साथ ही यह भी कहा है कि अभी ऐसी हालत नहीं की यात्राओं पर प्रतिबंध लगाया जाए।

ये भी पढ़ें 

 

बस कंडक्टर पर हमला करने वाले हाशमी का यह है पाकिस्तानी कनेक्शन    

मन की बात: PM MODI ने विदेश में शादी करने वालों पर उठाया सवाल      

मोहम्मद शमी ने एक्सीडेंट पीड़ित को बचाया; वीडियो शेयर करते हुए कहा,”भगवान उन्हें आशीर्वाद दें…”!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,295फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
194,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें