21 महीनों से जारी इज़राइल-गाज़ा युद्ध के बीच संभावित युद्धविराम (सीज़फायर) को लेकर एक बड़ी उम्मीद जताई जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि “अगले हफ्ते गाज़ा समझौता हो सकता है”, वहीं फिलिस्तीनी संगठन हमास ने अमेरिका द्वारा प्रस्तावित संघर्षविराम समझौते पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
हमास ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, “हमने मध्यस्थ देशों को अपनी प्रतिक्रिया सौंप दी है, जो सकारात्मक भावना से भरी है। हम नई बातचीत के लिए पूरी तरह तैयार हैं ताकि प्रस्तावित फ्रेमवर्क को लागू करने का तरीका तय किया जा सके।” यह घोषणा फिलिस्तीनी गुटों के साथ व्यापक चर्चा के बाद की गई, जबकि सोमवार को इज़राइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू की वॉशिंगटन यात्रा से पहले माहौल तैयार हो रहा है।
इज़राइली मीडिया ने पुष्टि की है कि सरकार को हमास की प्रतिक्रिया मिल चुकी है और वह उसका मूल्यांकन कर रही है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार (5 जुलाई )को मीडिया से बातचीत में कहा, “यह अच्छी बात है। मुझे अब तक इसकी पूरी जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन हमें इस मसले को खत्म करना होगा।” ट्रंप ने इसे “करने का वक्त” बताते हुए उम्मीद जताई कि यह डील अगले सप्ताह पूरी हो सकती है, लेकिन साथ ही चेताया कि स्थिति कभी भी बदल सकती है।
इससे पहले 30 जून को ट्रंप ने कहा था कि इज़राइल 60 दिनों के संघर्षविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर चुका है और अब गेंद हमास के पाले में है। हमास ने पूरे हफ्ते प्रस्ताव का अध्ययन किया और अब प्रतिक्रिया दी है।
AFP को एक फिलिस्तीनी ने बताया कि नया प्रस्ताव पिछले अमेरिकी प्रस्तावों जैसा ही है और इसमें कोई मूलभूत बदलाव नहीं किया गया है। इस प्रस्ताव के तहत:
- 60 दिन का संघर्षविराम लागू होगा।
- इस अवधि में हमास गाज़ा में बचे आधे जीवित बंधकों को रिहा करेगा।
- बदले में इज़राइल फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों को रिहा करेगा।
इज़राइली सेना के अनुसार, अक्टूबर 2023 के हमले में 251 बंधक बनाए गए थे, जिनमें से अब भी 49 गाज़ा में मौजूद हैं, और 27 की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है। हमास के सहयोगी संगठन इस्लामिक जिहाद ने कहा है कि वह बातचीत का समर्थन करता है, लेकिन इज़राइल को गंभीर गारंटी देनी चाहिए कि बंधकों की रिहाई के बाद कोई सैन्य हमला नहीं होगा।
इज़राइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने साफ किया है कि उनकी प्राथमिकता सभी बंधकों की सुरक्षित वापसी है। उन्होंने निर ओज़ किब्बुत्ज़ के निवासियों से कहा,“मैं सबसे पहले यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं कि हमारे सभी बंधकों को वापस लाया जाए। हम उन सभी को वापस लाएंगे।” निर ओज़ किब्बुत्ज़ वही है जहां 2023 में हमास के हमले में सबसे ज्यादा नागरिकों को बंधक बनाया गया था।
ट्रंप प्रशासन के प्रयास, हमास की सहमति और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के चलते गाज़ा संघर्ष के समाधान की एक नई उम्मीद जागी है। अगर आने वाले सप्ताह में बातचीत सफल होती है, तो यह बंधकों की वापसी के साथ क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए एक निर्णायक कदम हो सकता है।
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