गाजा में शांति समझौते के बाद दो साल बाद भले ही बमबारी थमी हो, लेकिन जमीनी हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुए सीजफायर समझौते के बाद उम्मीद थी कि गाजा में अमन लौटेगा, मगर हकीकत इससे उलट है। आतंकी संगठन हमास अब गाज़ा के लोगों से ही बदले की कार्रवाई में जुट गया है। उसने इजरायल के साथ सहयोग करने वाले आठ लोगों को सड़क पर घुटनों के बल बैठाकर गोली मार दी, और खुद इस भीषण घटना का वीडियो भी वायरल किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार (14 अक्टूबर) को हमास ने गाजा के तबाह इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत दिखाने के लिए ‘सफाई अभियान’ (crackdown) शुरू किया। इस दौरान उसने इजरायल के लिए मुखबिरी करने के आरोप में आठ स्थानीय लोगों को बीच सड़क मौत के घाट उतार दिया।
🔵🚨 HORROR IN GAZA: Hours after ceasefire signing, Hamas executes 8 beaten, blindfolded men in streets👏👏👏shotdead bfore cheeringcrowds. Part of bloodycrackdown on rivals, killing33+amid Israeliwithdrawal. “Chldren screaming,houses burning..what did we do?”survivor tells Ynet. pic.twitter.com/bnzhpgfKvx
— Justice Frontil Equitas (@justicefrontil) October 14, 2025
हमास ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल और अल-अक्सा टीवी पर सोमवार देर रात यह वीडियो प्रसारित किया। फुटेज में आठ संदिग्धों को आंखों पर पट्टी बांधकर और घुटनों के बल बैठे हुए दिखाया गया है, जिन्हें हमास के बंदूकधारी लड़ाके नजदीक से गोली मार देते हैं। भीड़ में मौजूद लोगों। जिनमें नाबालिग बच्चे भी दिखाई देते हैं, के सामने यह घटना अंजाम दी गई।
वीडियो के कैप्शन में लिखा गया था, “रेसिस्टेंस ने गाजा शहर में कई (इजरायल के) सहयोगियों और अपराधियों को मौत की सजा दी है।” हमास का दावा है कि मारे गए सभी लोग इजरायल के सहयोगी थे, जिन्होंने “कानून तोड़ा और दुश्मन के साथ साजिश की।”
रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना सोमवार शाम की बताई जा रही है, सीजफायर लागू होने के पांचवें दिन। उसी समय गाजा के कई इलाकों में हमास की सुरक्षा इकाइयों और अन्य सशस्त्र फिलिस्तीनी गुटों के बीच झड़पें भी जारी थीं। जैसे ही इजरायली सेना गाजा शहर से पीछे हटी, हमास के काले नकाबपोश सुरक्षा बलों ने उत्तरी गाजा में गश्त शुरू कर दी।
इजरायल की जेलों से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बाद जब बसें गाजा पहुंचीं, तो हमास की एज़ेदीन अल-क़सम ब्रिगेड ने भीड़ को नियंत्रित किया। इस बीच, हमास की विशेष यूनिट उन गुटों और गिरोहों के खिलाफ अभियान चला रही हैं जिन पर इजरायल से सहयोग या समर्थन का आरोप है।
इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर हमास को निरस्त्र (disarm) करने की कसम खाई है। उन्होंने कहा, “हमास ने वादा किया था कि वे अपने हथियार डालेंगे। अगर वे ऐसा नहीं करते, तो हम उन्हें निरस्त्र करेंगे चाहे यह कदम तेज़ हो या हिंसक।”
यह घटना सीजफायर के कुछ ही दिनों बाद हुई है, जिसने यह संकेत दिया है कि गाजा में स्थायी शांति अभी भी दूर की बात है। हमास की इस कार्रवाई ने न केवल क्षेत्र में भय और अस्थिरता का माहौल पैदा कर दिया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि संगठन अब अपने ही समाज के भीतर ‘विरोधियों की सफाई’ के मिशन पर उतर आया है।
विश्लेषकों के अनुसार, यह कदम आने वाले दिनों में गाजा की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को और अस्थिर कर सकता है, जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब भी संघर्षविराम को स्थायी शांति में बदलने की कोशिश कर रहा है।
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