अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान बढ़ते एंटी-इंडिया नस्लवाद के बीच एक नई आर्थिक रिपोर्ट ने चौंकाने वाले तथ्य सामने रखे हैं। अमेरिकी अर्थशास्त्री डेनियल डी मार्टिनो के ताज़ा अध्ययन के मुताबिक, भारतीय प्रवासी संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए सबसे अधिक आर्थिक योगदान देने वाला समूह हैं।
डी मार्टिनो, जो मैनहैटन इंस्टीट्यूट थिंक टैंक से जुड़े एक अर्थशास्त्री हैं, ने अपने अध्ययन “आप्रवासन का राजकोषीय प्रभाव” में कहा,“Indians are the best major country of origin group of immigrants,” यानी भारतीय प्रवासी सबसे बेहतरीन प्रमुख मूल-देश समूह के आप्रवासी हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय H-1B वीजा धारक अमेरिका की अर्थव्यवस्था को सबसे ज़्यादा बढ़ावा देते हैं और सरकारी कर्ज़ को घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
डी मार्टिनो के अनुसार, एक भारतीय प्रवासी अगले 30 वर्षों में अमेरिकी राष्ट्रीय कर्ज़ को लगभग 1.7 मिलियन डॉलर तक घटाता है, जबकि एक भारतीय H-1B वीजा धारक अमेरिकी GDP में 5 लाख डॉलर तक का इज़ाफा करता है और 2.3 मिलियन डॉलर तक कर्ज़ घटाने में मदद करता है।
उन्होंने बताया कि यह इसलिए संभव है क्योंकि भारतीय प्रवासी सबसे शिक्षित समूह हैं। Migration Policy Institute के विश्लेषण के अनुसार, 25 वर्ष से अधिक आयु के 81% भारतीय प्रवासी स्नातक या उससे ऊपर की डिग्री रखते हैं, जबकि सभी विदेशी श्रमिकों का औसत केवल 41% है।
डी मार्टिनो ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि दो 30 वर्षीय प्रवासी हों, एक स्नातक और दूसरा हाई स्कूल ड्रॉपआउट तो 10 वर्षों में स्नातक प्रवासी लगभग $200,000 टैक्स देता है, जबकि ड्रॉपआउट केवल $60,000। इसी अवधि में कॉलेज-शिक्षित प्रवासी को सरकार से केवल $28,000 का लाभ मिलता है, जबकि कम शिक्षित व्यक्ति को $66,000, जो टैक्स योगदान से भी अधिक है।
अध्ययन के निष्कर्ष ऐसे समय में सामने आए हैं जब राष्ट्रपति ट्रंप ने H-1B वीजा पर सख्ती बढ़ा दी है और कई दक्षिणपंथी समूहों ने इस वीजा प्रोग्राम के तहत आने वाले भारतीयों को निशाना बनाया है।
डी मार्टिनो के अध्ययन ने साफ़ कहा कि यदि अमेरिका अपनी इमिग्रेशन नीति में बदलाव कर शिक्षित और उच्च-कुशल प्रवासियों को प्राथमिकता दे, तो देश की अर्थव्यवस्था में दीर्घकालिक सुधार हो सकता है और इस दिशा में भारतीय सबसे बड़ा योगदान देने वाले हैं।
यह भी पढ़ें:
कनाडा के विज्ञापन पर नाराज हुए ट्रंप, समाप्त की अमेरिका-कनाडा ट्रेड वार्ता
भारत सीमा के पास चीन ने बनाया नया एयर डिफेंस बेस, सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा!
कनाडा ने धोखा किया और पकड़ा गया: ट्रंप ने टैरिफ विवाद पर ओटावा पर साधा निशाना!



