मिली जानकारी के मुताबिक, सेना की वर्दी पहने 2 से 3 आतंकवादी दोपहर करीब 2.30 बजे बैसरन इलाके में घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों पर गोलियां चलाने लगे। बैसरन पहलगाम बाजार से 3 से 4 किलोमीटर दूर एक छोटा सा घास का मैदान है और पर्यटक यहां तक पहुंचने के लिए घोड़ों का सहारा लेते हैं, क्योंकि यहां तक पहुंचने के लिए कोई मोटर वाहन योग्य सड़क नहीं है।
एक अधिकारी ने बताया, “इस हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई तथा पर्यटकों और स्थानीय लोगों सहित 12 अन्य घायल हो गए। घायलों को पहलगाम अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को विशेष उपचार के लिए श्रीनगर भेज दिया गया।” उन्होंने बताया कि हमलावरों का पता लगाने के लिए सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “मैं अविश्वसनीय रूप से स्तब्ध हूं। हमारे आगंतुकों पर यह हमला एक घृणित कार्य है। इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय और घृणा के पात्र हैं। निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। मैंने अपनी सहकर्मी सकीना इटू से बात की है और वह घायलों के लिए व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए अस्पताल चली गई हैं। मैं तुरंत श्रीनगर वापस जा रहा हूं।”
सीएम अब्दुल्ला ने एक और पोस्ट में लिखा, “मृतकों की संख्या का अभी पता लगाया जा रहा है, इसलिए मैं उन विवरणों में नहीं जाना चाहता। स्थिति स्पष्ट होने पर उन्हें आधिकारिक रूप से बताया जाएगा। कहने की जरूरत नहीं कि यह हमला हाल के वर्षों में नागरिकों पर किए गए किसी भी हमले से कहीं ज्यादा बड़ा है।”
पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक्स पर लिखा, “मैं पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें दुखद रूप से पांच लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। ऐसी हिंसा अस्वीकार्य है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गहरा आक्रोश व्यक्त किया और हमले को “कायरतापूर्ण” बताया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों को आश्वासन दिया कि इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने डीजीपी और सुरक्षा अधिकारियों से बात की है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें इलाके में पहुंच गई हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैं पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। डीजीपी और सुरक्षा अधिकारियों से बात की है।
कश्मीर घाटी में 2025 में पर्यटकों पर यह पहला आतंकवादी हमला है, जबकि इस समय घाटी में पर्यटन का मौसम काफी तेजी से बढ़ रहा है।
श्रीनगर शहर के सभी होटल और पहलगाम, गुलमर्ग और सोनमर्ग के पर्यटक रिसॉर्ट पूरी तरह से भरे हुए हैं। इस साल जम्मू-कश्मीर में अभूतपूर्व संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है और आधिकारिक अनुमानों के अनुसार इस साल करीब दो करोड़ पर्यटक केंद्र शासित प्रदेश में आएंगे।
मंगलवार का हमला ऐसे समय में हुआ है जब इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए देशभर में पंजीकरण चल रहा है। इस साल यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को समाप्त होगी, जो क्रमशः श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के त्योहारों के साथ है।
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर की अपनी यात्रा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी, जहां उन्होंने जम्मू संभाग पर विशेष ध्यान देते हुए आतंकवाद के पूर्ण उन्मूलन के आदेश दिए थे।
उन्होंने घुसपैठ के प्रति जीरो टॉलरेंस सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए थे। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव, आईबी निदेशक, सेना प्रमुख, जम्मू-कश्मीर में सभी कोर के जीओसी, अर्धसैनिक बलों के प्रमुख, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी और खुफिया अधिकारी शामिल हुए।
बीते दिनों उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इस बात पर जोर दिया था कि जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद के अभिशाप से पूरी तरह मुक्त करने के लिए आतंकवादियों, उनके ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) और समर्थकों सहित आतंकवाद के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र से निपटना होगा।
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