भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के चलते सोशल मीडिया पर अफवाहों और फर्जी दावों की बाढ़ आ गई है। दोनों देशों के बीच सीमा पर बढ़ते टकराव के बीच कुछ तत्व सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर भारत की छवि को धूमिल करने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में जुटे हैं। हालांकि, भारत सरकार की ओर से समय-समय पर इन दावों का खंडन किया जा रहा है और PIB फैक्ट चेक टीम इन भ्रामक खबरों की सच्चाई सामने ला रही है।
हाल ही में एक फर्जी दावा सामने आया, जिसमें कहा गया कि भारत ने पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर ड्रोन हमला किया है। यह दावा एक वीडियो के जरिए फैलाया गया था जिसे व्यापक रूप से साझा किया गया। लेकिन PIB फैक्ट चेक ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। PIB ने स्पष्ट किया कि, “सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने के लिए ऐसे कंटेंट बनाए जाते हैं। कृपया सतर्क रहें। ऐसे वीडियो फॉरवर्ड न करें।”
इसी तरह, एक और भ्रामक दावा किया गया जिसमें कहा गया कि पाकिस्तान ने एक भारतीय महिला वायुसेना पायलट को पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पोस्ट में स्क्वाड्रन लीडर शिवानी सिंह का नाम लिया गया, लेकिन यह खबर भी झूठी निकली। PIB ने पुष्टि करते हुए लिखा,”भारतीय महिला वायुसेना पायलट को पाकिस्तान में पकड़े जाने का दावा फर्जी है।”
एक अन्य फर्जी खबर में कहा गया कि पाकिस्तान के साइबर हमले से भारत का 70% बिजली ग्रिड फेल हो गया है। यह दावा भी पूरी तरह निराधार पाया गया। PIB ने इस पर भी चेतावनी जारी की, “ध्यान दें: ऑनलाइन झूठा दावा प्रसारित हो रहा है। सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान द्वारा किए गए साइबर हमले के कारण भारत का 70 फीसदी बिजली ग्रिड खराब हो गया है। यह दावा फर्जी है।”
इस तरह के झूठे दावे और वीडियो सिर्फ समाज में डर और भ्रम फैलाने का काम करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा हालात में सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। आम जनता को चाहिए कि वह किसी भी सूचना को आगे बढ़ाने से पहले उसकी सत्यता की जांच अवश्य करे।
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