भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जब पाकिस्तान पर करारा जवाबी हमला हुआ, तो वहां की हुकूमत के होश उड़ गए। भारत द्वारा किए गए सटीक ड्रोन हमलों के बाद पाकिस्तान की सुरक्षा प्रणाली की पोल खुल गई है। अब जब पाकिस्तानी जनता में नाराज़गी बढ़ रही है, तो उनके रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ का एक अजीबोगरीब बयान सामने आया है, जिसने पूरी दुनिया में पाकिस्तान की और किरकिरी करवा दी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में ख्वाजा आसिफ कहते दिख रहे हैं, “हमने भारतीय ड्रोन इसलिए नहीं रोके, क्योंकि हमें अपनी सैन्य ठिकानों की पहचान उजागर नहीं करनी थी।” उनका यह बयान जितना अजीब है, उतना ही शर्मनाक भी माना जा रहा है। इस बयान पर न सिर्फ देश के भीतर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तीखी आलोचना हो रही है।
यह पहली बार नहीं है जब ख्वाजा आसिफ ने हास्यास्पद तर्क दिया है। इससे पहले सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में जब उनसे भारतीय विमानों को गिराने के पाकिस्तान के दावों पर सवाल पूछा गया था, तो उन्होंने कहा था कि “सबूत सोशल मीडिया पर हैं।” उस बयान पर भी उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी और दुनिया भर में उनकी फजीहत हुई थी।
यही नहीं, एक अन्य बयान में वे यह भी कबूल कर चुके हैं कि पाकिस्तान ने दशकों तक आतंकवाद को पनाह दी है। इन बयानों से साफ है कि पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक व्यवस्था अब न केवल दबाव में है, बल्कि आत्मविरोधाभासी भी होती जा रही है।
इस पूरे विवाद का असर पाकिस्तान की संसद में भी देखने को मिल रहा है। विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ पर सीधा हमला बोला है। संसद में विपक्षी नेता शाहीद ने तीखे शब्दों में कहा, “हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेने से डरते हैं। जो नेता डरपोक है, वो अपनी सेना को क्या संदेश देगा?”
भारत-पाक तनाव के इस दौर में जहां भारत निर्णायक और मजबूत कदम उठा रहा है, वहीं पाकिस्तान की राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व की भ्रमित भाषा और हास्यास्पद सफाइयाँ उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अकेला और कमजोर साबित कर रही हैं।
यह भी पढ़ें:
“फोन-ए-फ्रेंड” विफल: अमेरिका ने पाकिस्तान को अकेला छोड़ा
ड्रोन से हमला, विमान से छल: भारत का संयम और जवाब, पाकिस्तान की नीयत बेनकाब