यूरोप में रूस और यूक्रेन के बीच जारी सैन्य संघर्ष के कारण वैश्विक और घरेलू स्तर पर शेयर बाजारों में गिरावट का माहौल है। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गत छह महीनों से बिकवाली कर रहे हैं। तेल, कोयला, धातु जैसी प्रमुख कमोडिटी की कीमतें आसमान पर बनी हुई हैं।
जानकारों का कहना है कि इस सप्ताह यूपी समेत पांच राज्यों की मतगणना, एलआईसी आईपीओ की तारीख पर निर्णय और वैश्विक मुद्राओं का घरेलू बाजारों पर असर दिख सकता है। आईए जानते हैं कि इस सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी किन कारणों से प्रभावित हो सकते है।
जीसीएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष रवि सिंघल का कहना है कि उत्तर प्रदेश के चुनाव की मतगणना का परिणाम 10 मार्च को घोषित होगा। इससे बाजार के निवेशकों पर छोटी अवधि का असर पड़ सकता है। इसका कारण यह है कि चुनाव परिणाम से देश के सबसे बड़े राजनीतिक राज्य के लोगों की केंद्र और प्रदेश की सरकार के प्रति भावना की जानकारी मिलेगी।
आईआईएफएल सिक्युरिटीज के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता का कहना है कि निवेशकों को रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर नजर रखने की आवश्यकता है। यह दुनियाभर के इक्विटी बाजारों के लिए सबसे बड़ा उत्प्रेरक है। सीजफायर या जियोपॉलिटिकल तनाव को लेकर होने वाले किसी भी फैसले से बाजार गति मिल सकती है।
पिछले सप्ताह प्रमुख वैश्विक मुद्राओं खासकर यूरो और रुपये में मौजूदा बाजार में भारी गिरावट रही है। पिछले सप्ताह डॉलर के मुकाबले यूरो में गिरावट के कारण यूरोपियन बाजारों में तगड़ी गिरावट रही है। वहीं, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया भी 1.10 फीसदी लुढ़का है।
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