सिक्किम में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ ने अब तक चालीस से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। 22 शव भी बरामद किये गए हैं। इस बाढ़ में फंसे लोगों को सेना जहाज से बचाने का प्रयास कर रही है। बता दें कि सिक्किम में आई अचानक बाढ़ से आम नागरिकों को ही नहीं बल्कि सेना के जवान भी प्रभावित हुए हैं। 32 जवानों के लापता हो गए हैं ,जिनकी तलाश जारी है। इसके अलावा कई निर्माणाधीन कार्य भी बुरी तरह से प्रभावित हुए है।
सिक्किम के मुख्य सचिव विजय भूषण पाठक का कहना है कि लाचेन और लाचुंग में करीब तीन हजार से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। इसके अलावा एडवेंचर का शौक रखने वाले बाइकर्स भी बड़ी संख्या में फंसे हुए है। उन्होंने बताया कि सेना हेलीकॉप्टर की मदद से सभी को निकालने का प्रयास कर रही है। सिक्किम में आई बाढ़ में राज्य के लगभग 11 पुल बह गए हैं। इसके अलावा चार जिलों में 227 घर भी तबाह हो गए हैं।
इस संबंध में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि इस आपदा की घडी में सभी एजेंसियां मिलकर इससे निपटने की कोशिश कर रही हैं। सेना और अन्य लोग रात दिन मेहनत कर हालात को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का भी काम किया जा रहा है। इस बीच प्रशासन ने लांचेन के पास शाको चो झील के फटने की भी आशंका व्यक्त की है। इसको देखते हुए आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
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